ब्याज मुक्त कृषि लोन के नाम पर किसानों को गुमराह कर रही सरकार
रुद्रपुर। प्रदेश में ब्याज मुक्त कृषि लोन के नाम पर किसानों को झांसे में लेकर उन्हें गुमराह किया जा रहा है। यह बात मंगलवार को किसान नेता पूर्व दर्जा मंत्री गणेश उपाध्याय ने जिला सहकारी बैंक में कृषि रिण के लिए आये किसानों से वार्ता करते हुए कही। उन्होंने कहा किच्छा तहसील के दर्जनभर से अधिक ग्रामों का भ्रमण कर किसानों से वार्ता करने के बाद ब्याज मुक्त कर्ज की चौंकाने वाली असलियत सामने आयी है। कहा बड़े-बड़े वादे कर किसानों की आय दोगुनी करने वाली भाजपा सरकार के इस चुनावी अभियान में लाखों रुपये की चपत झेल चुके ऊधमसिंनगर जिला सहकारी बैंक एवं यहां की सहकारी समितियों को एक बार फिर से तीन लाख रुपये तक के ब्याज मुक्त कर्ज की लॉन्चिंग में भारी चपत लगा दी है। कहा साथ ही ग्रामीणों से संपर्क करने पर भाजपा का असली चरित्र भी सामने आ गया है। जिसमें ब्याज मुक्त कर्ज के पात्र केवल भाजपा समर्थित किसान या उनके चेहते कार्यकर्ता ही हैं। उन्होंने कहा दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि कई बार सहकारी बैंक व समितियों के चक्कर काट चुके हैं लेकिन उन्हें ऋण नहीं मिला। बैंकों से किसानों को हर बार यही उत्तर मिलता है कि अभी इस योजना का सर्कुलर नहीं आया। प्रदेश सरकार विभन्न माध्यमों से ब्याज मुक्त तीन लाख रुपए तक के ऋण बांटने का दावा कर रही है। आरोप लगाया कि किसानों की जो ऋण सीमाएं पहले से स्वीकृत हैं उन्हीं का चेक समिति और बैंक के कर्मचारी मांग लेते हैं और उन्हीं चेकों को ऋण शिविरों में अपने विधायक या अन्य के हाथों किसानों को पुन: पकड़ा दिया जा रहा है। जिसका कांग्रेस पार्टी हर स्तर पर विरोध करेगी। यहां विनोद त्रिपाठी, भगत सिंह कोरंगा, शेर सिंह कोरंगा, नंदन सिंह कोरंगा, गंगाधर जोशी, बबली तिवारी, खुशबू, विनोद डिमरी, सौरभ कोरंगा, देव सिंह, उमा देवी, गणेश बिष्ट, हीरा सिंह रहे।