चुनावी ट्रस्टों से भाजपा को मिला 72 फीसदी चंदा, कांग्रेस की आय टीआरएस, सपा और आप से भी कम
नई दिल्ली, एजेंसी। एसोसिएशन फर डेमोक्रेटिक रिफर्म्स (एडीआर) ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट में बताया है कि भाजपा को 2021-22 में चुनावी (इलेक्टोरल) ट्रस्टों द्वारा राजनीतिक दलों को दिए गए कुल चंदे का 351़50 करोड़ रुपये (72़17 फीसदी) प्राप्त हुआ, जबकि इसकी तुलना में कांग्रेस को टीआरएस, समाजवादी पार्टी, आप और वाईएसआरसीपी से भी कम चंदा प्राप्त हुआ।
इलेक्टोरल ट्रस्ट, कर्पोरेट संस्थाओं और व्यक्तियों का एक गैर-लाभकारी संगठन है जो किसी भी व्यक्ति से व्यवस्थित रूप से योगदान प्राप्त करने का कार्य करता है। इसका उद्देश्य चुनाव संबंधी खर्चों के लिए धन के उपयोग में पारदर्शिता में सुधार करना है।
एडीआर के आंकड़ों से पता चलता है कि भाजपा को 2021 में इलेक्टोरल ट्रस्ट से कांग्रेस की तुलना में 19 गुना अधिक चंदा मिला। भाजपा को मिला कुल चंदा अन्य नौ पार्टियों को मिले चंदे से ढाई गुना ज्यादा था। एडीआर ने इलेक्टोरल ट्रस्ट के अपने विश्लेषण में कहा कि 2021-22 में सभी राजनीतिक दलों को मिले कुल चंदे का 351़50 करोड़ रुपये या 72़17 फीसदी भाजपा को गया।
एडीआर के मुताबिक, इलेक्टोरल ट्रस्ट से कांग्रेस को 18़44 करोड़ रुपये मिले। वहीं टीआरएस को 40 करोड़ रुपये, समाजवादी पार्टी को 27 करोड़ रुपये, आम आदमी पार्टी को 21़12 करोड़ रुपये और वाईएसआरसीपी को 20 करोड़ रुपये मिले। रिपोर्ट में बताया गया है कि शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) को 7 करोड़ रुपये, पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी को 1 करोड़ रुपये, गोवा फरवर्ड पार्टी और डीएमके को 50-50 लाख रुपये मिले।
एडीआर ने कहा कि जिन इलेक्टोरल ट्रस्टों ने वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान योगदान प्राप्त करने की है, उन्हें करपोरेट्स और व्यक्तियों से कुल 487़09 करोड़ रुपये मिले हैं और विभिन्न राजनीतिक दलों को 487़06 करोड़ रुपये (99़99 फीसदी) वितरित किए गए हैं।
वित्त वर्ष 2021-22 में इलेक्टोरल ट्रस्ट को 89 करपोरेटध्व्यावसायिक घरानों ने 475 करोड़ रुपये का योगदान दिया। 62 ने प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट को 456़30 करोड़ रुपये का योगदान दिया। दो करपोरेट ने पांच करोड़ रुपये का योगदान दिया। 15 करपोरेट्स ने इंडिपेंडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट को 2़20 करोड़ रुपये का योगदान दिया।
रिपोर्ट में कहा गया है, आर्सेलर मित्तल निप्पन स्टील इंडिया लिमिटेड ने इलेक्टोरल ट्रस्टों के सभी दाताओं के बीच सबसे अधिक 70़00 करोड़ रुपये का योगदान दिया। इसके बाद एक्रेलर मित्तल डिजाइन एंड इंजीनियरिंग सेंटर प्राइवेट लिमिटेड ने 60 करोड़ रुपये और भारती एयरटेल लिमिटेड ने विभिन्न ट्रस्टों को 51 करोड़ रुपये का योगदान दिया।