अवैध धार्मिक स्थलों के नाम पर धुव्रीकरण कर रही है भाजपा : हरीश रावत
देहरादून। पूर्व सीएम हरीश रावत ने आरोप लगाया है कि भाजपा लोकसभा चुनावों में धुव्रीकरण के लिए अवैध धार्मिक स्थलों और जनसंख्या असंतुलन का मुद्दा उठा रही है। सरकार को आंकड़ें जारी कर इस पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। मंगलवार को सोशल मीडिया पोस्ट में हरीश रावत ने कहा कि भाजपा को 2024 के लिए अपने कार्यों पर विश्वास नहीं रह गया है। महंगाई, बेरोजगारी, असहिष्णुता, महिला उत्पीड़न जैसे विषयों से बचने के लिए भाजपाई हर समय अवैध धार्मिक स्थलों की रट लगा रहे हैं। मगर यह नहीं बताया जा रहा है कि जंगल की भूमि में कुल कितने अतिक्रमण हैं, ना ही अतिक्रमणकारियों का जाति, धर्म, जिला, फॉरेस्ट डिविजन के आधार पर आंकड़े जारी किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि बिना आंकड़ों के कैसे पता चलेगा कि अवैध निर्माणों के पक्ष में कौन खड़ा होता है? इसी तरह जनसंख्या असंतुलन का भी पुराना पुराना राग है। लेकिन बिजली, पानी के दाम क्यूं बढ़ा दिए, यह बताने को कोई तैयार नहीं है। भाजपा को 2012 से ही जनसंख्या असंतुलन की स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। साथ ही बताना चाहिए कि इन आठ सालों के अंदर कितने रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को वापस भेजा गया।