भाजपा ने उत्तराखंड से डा़ कल्पना सैनी को बनाया प्रत्याशी, हाईकमान ने जारी की सूची
देहरादून। भाजपा हाईकमान ने राज्यसभा के लिए उम्मीदवारों की सूची रविवार को जारी कर दी है। उत्तराखंड से डा़ कल्पना सैनी के नाम पर मुहर लगा दी है।
चार जुलाई को राज्यसभा से खाली हो रही सीट के लिए एक उत्तराखंड से भी है। जिसके लिए डा. कल्पना सैनी भाजपा की प्रत्याशी होंगी। रुड़की रहनी वाली डा़ कल्पना सैनी राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग की अध्घ्यक्ष हैं। जिन्हें अब राज्यसभा का टिकट दिया जाएगा।
रुड़की। भारतीय जनता पार्टी ने शिक्षाविद एवं राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष डा़ कल्पना सैनी को राज्यसभा का सदस्य का उम्मीदवार घोषित किया है। डा़ कल्पना सैनी लंबे समय से संगठन से जुड़ी हुई हैं। उनके पिता स्व़ डा़ पृथ्वी सिंह विकसित 1991 में पहली बार भाजपा के टिकट पर रुड़की विधानसभा सीट से चुनाव जीते थे और उत्तर प्रदेश में सिंचाई राज्यमंत्री रहे हैं।
रुड़की के आवास विकास में रहने वाली डा़ कल्पना सैनी भाजपा की हरिद्वार जिले की जिला अध्यक्ष रही। इसके अलावा उन्होंने रुड़की के श्री गांधी महिला शिल्प इंटर कालेज से शिक्षण कार्य शुरू किया। उन्होंने संस्त से पीएचडी की डिग्री हासिल की है। बाद में वह इस विद्यालय की प्रधानाचार्य भी रही। इसके बाद उनको भाजपा सरकार ने राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष मनोनीत किया था। डा़क कल्घ्पना के पति डा़ नाथीराम सैनी आयुर्वेद चिकित्सक हैं वह भी समाज सेवा में सक्रिय हैं। उनके दो संतान एक बेटा और एक बेटी। रुड़की शहर के लिए यह पहला मौका है जब कोई स्थानीय व्यक्ति पहली बार राज्यसभा में जा रहा है।
डा़ कल्पना सैनी रुड़की और कलियर विधानसभा सीट से टिकट की दावेदारी करती रही । हमेशा उन्होंने पार्टी फोरम पर ही अपनी बात कही और पार्टी अनुशासन पर उन्होंने हमेशा जोर दिया। डा़क कल्पना सैनी को राजनीति विरासत में मिली है उनके पिता डा ़ पृथ्वी सिंह विकसित संघ का बड़ा चेहरा रहे हैं इसके अलावा वर्ष 1991 में वह भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े और जीते और उनको उत्तर प्रदेश सरकार में सिंचाई राज्यमंत्री बनाया गया था। इसके बाद 1993 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने फिर से जीत हासिल की थी हालांकि उत्तराखंड बनने के बाद वह बहादराबाद सीट से दो बार भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन हार का सामना करना पड़ा।
डा़ कल्पना सैनी को राज्यसभा सदस्य घोषित करने से भाजपा कार्यकर्ताओं में भी खुशी की लहर है। वहीं सैनी समाज ने भी इसे अपनी बड़ी उपलब्धि बताया है। दरअसल पिछले कुछ समय से सैनी समाज के विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से इस बात को लेकर लगातार नाराजगी जताई जा रही थी कि भारतीय जनता पार्टी का वोट बैंक होने के बावजूद पार्टी की ओर से सैनी समाज को उचित सम्मान नहीं दिया जा रहा है।