जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : पूर्व काबीना मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है। वर्ष-2007 से 12 तक सत्ता में रही भाजपा सरकार मोटर मार्ग निर्माण को लेकर लापरवाह रही। जबकि, स्थानीय जनता लगातार मार्ग निर्माण की मांग उठा रही थी। कहा कि वर्ष 2017 से लेकर 20022 तक भी भाजपा ने मार्ग को उलझाकर रखा। कहा कि वह जल्द ही मार्ग निर्माण को लेकर आंदोलन चलाएंगे।
गुरुवार को पूर्व काबीना मंत्री ने इस संबंध में पत्रकारों से वार्ता की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2002 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के समय उन्होंने लालाढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग निर्माण के लिए प्रयास किए। वर्ष 2003 में मोटर मार्ग के समरेखण के लिए 91 लाख की धनराशि स्वीकृत करवा कर ईपीआई कंपनी के माध्यम से कार्य शुरू करवा दिया था। लेकिन प्रदेश में सत्ता बदलने के बाद सत्ता में आई भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने अपने स्वार्थ के लिए ईपीआई कंपनी पर रोक लगा दी। जिससे निर्माण कार्य को बंद कर दिया गया। बताया कि वर्ष 2012 में एक बार फिर से कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद उक्त मार्ग के लिए 7 करोड़ 6 लाख 60 हजार रूपए की स्वीकृति करवाई। जिसके बाद मार्ग निर्माण शुरु करवाया गया। लेकिन, वर्ष 2017 में फिर भाजपा ने मार्ग को उलझा दिया। नतीजा, मामला न्यायालय में चला गया। बताया कि भाजपा ने कभी भी न्यायालय में पैरवी ठीक से नहीं करवाई। नतीजा, आज तक मोटर मार्ग निर्माण नहीं हो पाया है। इस मौके पर संजय मित्तल, शूरवीर खेतवाल, डा. चंद्रमोहन खर्कवाल, विनीता भारती, गोपाल सिंह गुसांई मौजूद रहे।