भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कौशिक को गार्ड ऑफ ऑनर देने पर विवाद
देहरादून। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को गार्ड ऑफ ऑनर देने पर विवाद हो गया है। कांग्रेस ने इसे सत्ता का दुरुपयोग बताते हुए कानून के साथ मजाक बताया है। कांग्रेसियों ने कहा कि सरकार के इशारे पर पुलिस ने मदन कौशिक को ये सम्मान दिया है। दूसरी तरफ एसपी ने पूरे मामले में जांच बैठा दी है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक सोमवार सुबह करीब 11 बजे हेलीकॉप्टर से बागेश्वर डिग्री कॉलेज में बने अस्थायी हेलीपैड पहुंचे।
जहां पुलिस की टुकड़ी ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। यह सूचना जैसे ही कांग्रेसियों और अन्य विपक्षी दलों को लगी विवाद शुरू हो गया। कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर कौशिक के गार्ड आफ ऑनर लेते फोटो वायरल होने लगे। कई फोटो तो भाजपाइयों ने खुद ही वायरल किए। हालांकि बाद में भाजपा कार्यकर्ताओं को जैसे ही नियमों को पता चला तो तेजी से सोशल मीडिया से पोस्ट हटने भी लगे। कांग्रेस ने इसे प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताते हुए कहा कि भाजपा नेता लगातार कानून का मखौल उड़ा रहे हैं।
प्रतिसार निरीक्षक अवकाश पर हैं। संभवत: प्रभारी निरीक्षक ने भूलवश मदन कौशिक को पूर्व मंत्री समझकर गार्ड ऑफ ऑनर दे दिया। चूक किस स्तर पर हुई है इसकी जांच बैठा दी गई है। जिम्मेदार के प्रति कार्रवाई की जाएगी। -अमित श्रीवास्तव, एसपी बागेश्वर
भाजपा सत्ता मद में चूर है। भाजपा नेता लगातार सत्ता का दुरुपयोग कर नियम के विपरीत कार्य कर रहे हैं। जनता इसे समझ चुकी है। नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाई होनी चाहिए। -ललित फर्स्वाण, पूर्व विधायक एवं कांग्रेस नेता
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को गार्ड ऑफ ऑनर देना प्रोटोकॉल के विपरीत कार्य है। पुलिस ने भी गार्ड ऑफ ऑनर भाजपा के इशारे पर ही दिया होगा। सरकारी हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करना भी सत्ता का दुरुपयोग है। -लोकमणि पाठक, कांग्रेस जिलाध्यक्ष बागेश्वर
मदन कौशिक गत कुछ दिनों पूर्व तक कैबिनेट मंत्री रहे हैं। इसलिए पुलिस से कुछ चूक हो गई है। कांग्रेस के पास अन्य कोई मुद्दा नहीं है इसलिए वह इसे अनावश्यक मुद्दा बना रही है। इसमें पार्टी का कोई इशारा नहीं है। -शिव सिंह बिष्ट, जिलाध्यक्ष भाजपा