जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : जय कंडोलिया पौड़ी महोत्सव की तीसरी सांस्कृतिक संध्या बॉलीवुड गायिका माया उपाध्याय के नाम रही। उनके गीत और नृत्यों ने युवाओं को थिरकने पर मजबूर कर दिया। उनके साथ गायक नवीन पांडे ने मां भगवती की स्तुति नंदा सुनंदा तू दैणी है जाए..गाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
सोमवार की शाम को रामलीला मैदान में आयोजित सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ पालिका अध्यक्ष हिमानी नेगी ने दीप प्रज्जवलित कर किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन सभी शहर वासियों का है और सभी एकजुट होकर इस आयोजन को सफल बना रहे हैं। इस मौके पर गायिका माया उपाध्याय ने लौंडा सुभाषा.., हाई काखड़ी झील मा.., पधनू लौंडा तीलै.., क्रीम पाउडरा घसनि किलई नि.., मेरा फवां बाघ रे.., मेरा कान मा झुमका.., लाली हो लाली हंसिया.., चुनरी तेरी चमकाने गुलाबी सरारा.., सांवरी सांवरी तेरी खुटी की झांवरी.., मन लगेगे मेरो पिंगली साड़ी मा.., बेडू पका बारामासा.., माया को टोटल.., सर्ग तारा जुनयाली राता.., ऐजा हे भानुमति पाबो बाजरा.., मेरु लहंगा क्या भलू.., रामदाई का होटला नैनीताल मा.. की शानदार प्रस्तुति दी। गायक नवीन पांडे ने हिट दगड़या कमला.., मेरी भानुली जई रे ब्यूटी पार्लर मा.. आदि गीतों से समा बांधा। इस अवसर पर अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग महिपाल सिंह नेगी, सभासद प्रदीप असवाल, सूरज बिष्ट, युद्धवीर सिंह रावत, सुमित्रा नेगी, सुमन, बृजमोहन, अरविंद रावत आदि मौजूद रहे। संचालन वीरेंद्र खंकरियाल ने किया।
गायन में हिमांशु और नृत्य में हर्षिता बनीं आइडल
पौड़ी : रामलीला मैदान में आयोजित तीसरी सांस्कृतिक संध्या में पहली बार पौड़ी आइडल गीत और नृत्य प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें स्क्रीनिंग के बाद पांच-पांच उत्कृट गायक और नृत्य में प्रतिभागियो का चयन किया गया। गायन में मानसी, अजयपाल, हिमांशु मंद्रवाल, संगम और आयुष ने बेहतरीन गीत गाकर अपनी आवाज का जादू बिखेरा। जिसमें हिमांशु मंद्रवाल ने पौड़ी आइडल का खिताब अपने नाम किया। जबकि नृत्य में अक्षिता बुटोला, तनु प्रिया, हर्षिता चौहान, श्रेया और अक्षिता नेगी के नृत्यों को खूब सराहा गया। इनमें पौड़ी आइडल नृत्य का खिताब हर्षिता चौहान ने अपने नाम किया। प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका में सुप्रसिद्ध गढ़वाली फिल्म निर्देशक गणेश वीरान, दिनेश रावत, इंद्रमोहन चमोली, प्रियंका रावत, आरती शाह और संध्या रावत थे। संयोजन में मोहित बागोड़ा, नवांश बहुगुणा, अभिनव शैलानी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सांस्कृतिक संयोजक मनोज रावत अंजुल हैं।