जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में 16 जुलाई से शुरु हुए सावन माह के पहले सोमवार को देवालयों में जलाभिषेक के लिए भारी भीड़ उमड़ी हुई थी। श्रद्धालुओं ने भोले बाबा की पूजा-अर्चना कर अपने परिवार के लिए सुख-शांति की कामना की। सोमवार को देवालय भगवान शिव के वैदिक मंत्रों से गूंज उठे। सुबह से ही देवालयों में भक्तों की भीड़ उमड़ी हुई थी।
मैदानी क्षेत्रों में तो 11 जुलाई को सावन शुरु हो गए थे। लेकिन, उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में 16 जुलाई से सावन प्रारंभ हुए। ऐसे में 21 जुलाई को देवालयों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी हुई थी। सुबह से ही मंदिरों में जलाभिषेक के लिए भक्तों की लंबी-लंबी लाइन नजर आ रही थी। देवालयों को विशेष रूप से सजाया गया था। सुबह से ही श्रद्धालु घर से देवालय की राह पर चल रहे थे। कई भक्त नंगे पैर हाथों में जल का लौठा लेकर जा रहे थे। शिव मंदिरों में भक्तों ने विशेष रूप से भगवान शिव का पूजन किया। घराट स्थित शिव मंदिर, देवी मंदिर, सिद्धबली मंदिर सहित अन्य देवालयों में भक्तों की भीड़ उमड़ी हुई थी। भक्तों ने गंगाजल, दूध, दही से भगवान शिव का अभिषेक किया।