मेरठ , एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में जुड़े हुए पैदा हुए दोनों शिशुओं की मौत हो गई है। शव उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिए गए। मेडिकल कॉलेज के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में दुर्लभ जुड़े हुए दो शिशुओं का जन्म हुआ था।
बागपत जिले की पहली बार गर्भवती हुई 24 वर्षीय महिला ने इन बच्चों को जन्म दिया था। दोनों भ्रूणों की वक्ष एवं उदर गुहा संयुक्त थी। उनके यकृत और हृदय जैसे आंतरिक अंग साझा थे। बुधवार को बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. नवरत्न ने बताया कि दोनों शिशुओं की मृत्यु हो गई है। इस तरह जुड़े हुए शिशु होना अत्यंत दुर्लभ है। लगभग एक लाख में से केवल एक मामला ऐसा होता है।
अधिकांश संयुक्त जुड़वा शिशु मृत जन्म लेते हैं या जन्म के तुरंत बाद जीवित नहीं रह पाते। जो जीवित रहते हैं, वे प्राय: शरीर के किसी हिस्से जैसे छाती, पेट या श्रोणि से जुड़े होते हैं और कभी-कभी आंतरिक अंग भी साझा करते हैं। अगर संभव हो, तो ऐसे जुड़वा बच्चों को शल्य क्रिया द्वारा अलग किया जा सकता है, लेकिन सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि वे किस हिस्से से जुड़े हैं और कौन से अंग साझा कर रहे हैं।