हादसों की रोकथाम को वाहनों की रफ्तार पर लगेगा ब्रेक: एसएसपी
रुद्रपुर। ऊधमसिहनगर जिले का चार्ज संभालते ही नए एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने सबसे पहले सड़कों पर सरपट दौड़ते भारी वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगाने का निर्णय लिया है। एसएसपी ने भारी वाहनों की नो एंट्री का रात का समय बढ़ाते हुए 10 बजे बाद ही हाईवे में प्रवेश की समयसीमा निर्धारित करने के निर्देश दिए हैं। हादसों की रोकथाम के लिए अधिनस्थों को जिम्मेदारी दी है। उन्होंने कहा जहां हादसे अधिक होंगे वहां संबंधित कोतवाल और थाना प्रभारी का भी जवाब-तलब किया जाएगा। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई भी की जाएगी। बुधवार को नवनियुक्त एसएसपी ड़ मजूनाथ टीसी ने पुलिस कार्यालय पहुंचकर कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने कहा कि जिले में सड़क हादसों के ग्राफ को रोकने के लिए भारी वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगना जरूरी है। ऐसे में ग्रीष्म कालीन मौसम की शुरुआत होने के बाद भारी वाहनों की शहर में एंट्री का समय रात में दस बजे बाद किए जाने का आदेश दिया। कहा कि जिस थाना-कोतवाली इलाके में सड़क हादसों के दौरान मृत्यु का ग्राफ बढ़ा होगा, उस इलाके के कोतवाल व थाना प्रभारियों का जवाब-तलब भी किया जाएगा। संतोषजनक जवाब नहीं देने पर कार्रवाई भी की जाएगी। बोले, हाईवों की मरम्मत सहित निर्माण कार्य से पहले संबंधित विभाग यातायात पुलिस को जानकारी देंगे। ताकि निर्माण कार्य के दौरान जाम की स्थिति पैदा न हो। उन्होंने आपराधिक वारदातों की रोकथाम के लिए वास्तवित पुलिसिंग के माध्यम से रोकथाम की भी रणनीति बनाई। बताया पुलिस अपना सूचना एवं खुफिया तंत्र को ओर बेहतर करेगी। सीमावर्ती इलाकों के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर सामंजस्य भी स्थापित करेगी।
सीओ और इंस्पेक्टरों के ट्रांसफर पर रोकरू डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने जिले में बीतों दिनों हुए सीओ और इंस्पेक्टरों के ट्रांसफर पर रोक लगा दी है। बता दें कि बीतों दिनों एसएसपी बरिंदरजीत सिंह ने सीओ और इंस्पेक्टरों को तबादले किए थे। डीआईजी ने कहा कि उच्चाधिकारियों को अवगत किए बिना यह ट्रांसफर हुए हैं ऐेसे में इन तबादलों पर फिलहाल रोक लगाई गई है। वहीं इस संबंध में पत्राचार को लेकर जब एसएसपी ड़ मंजूनाथ टीसी से बात की गई तो उनका कहना था कि बुधवार को ही कार्यभार संभालने के चलते अभी इस पत्रावली का अवलोकन नहीं कर पाया हूं। पत्रावली देखने के बाद ही इस संबंध में कुछ भी आधिकारिक वर्जन दिया जा सकता है।