-आईजी बोले- ये मनोबल और मानसिक स्वास्थ्य का संबल है
जैसलमेर,अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर जैसलमेर की तपती रेत पर भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने सामूहिक योग कर अनुशासन, समर्पण और संतुलन का उदाहरण प्रस्तुत किया. हर साल की तरह इस बार भी बीएसएफ ने योग दिवस पर विशेष आयोजन किया, जिसमें सैकड़ों जवानों ने भाग लिया.
राजस्थान फ्रंटियर के इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) एमएल गर्ग खुद सरहद पर पहुंचे और जवानों का उत्साहवर्धन किया. उनके नेतृत्व में बॉर्डर पर ‘योग से युक्ति, योग से शक्ति’ का मंत्र गूंज उठा. कार्यक्रम में बीएसएफ नॉर्थ सेक्टर के डीआईजी योगेन्द्र सिंह राठौड़ भी मौजूद रहे. उन्होंने खुद भी योग की विभिन्न मुद्राएं कर जवानों को प्रेरित किया. आईजी एमएल गर्ग ने कहा कि सीमाओं पर डटे हमारे जवानों के लिए योग एक मनोबल और मानसिक स्वास्थ्य का संबल है. यह उन्हें न केवल फिट रखता है, बल्कि तनावमुक्त रहने में भी मदद करता है. यह आयोजन न केवल स्वास्थ्य का उत्सव है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा को भी मजबूती देता है.
बीएसएफ का यह आयोजन दिखाता है कि हमारी सीमाएं केवल हथियारों से नहीं, संस्कारों और संयम से भी सुरक्षित हैं. भारत-पाक बॉर्डर पर योग कार्यक्रम के माध्यम से देशवासियों को यह संदेश दिया गया कि ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य, एक संकल्प – योग’ केवल नारा नहीं, बल्कि भारत की शांति और शक्ति का मूल मंत्र है.
रेगिस्तान की तपती जमीन और सीमित सुविधाओं के बीच, सूरज की पहली किरण के साथ शुरू हुआ योग सत्र अनुशासन और आत्मबल का प्रतीक बन गया. जवानों ने सूर्य नमस्कार, अनुलोम-विलोम, कपालभाति, ताड़ासन और अन्य योग क्रियाओं के माध्यम से न केवल अपने शरीर को सुदृढ़ किया, बल्कि मानसिक संतुलन और आत्मशक्ति का भी प्रदर्शन किया.
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