गुलदार पकड़ने को जंगल में लगाया पिंजरा
चम्पावत। गुलदार के जानलेवा हमले करने के बाद वन विभाग सक्रिय हो गया है। विभाग ने धूरा से लगे गजार गांव के जंगल में गुलदार पकड़ने को एक पिंजरा और चार ट्रैप कैमरे लगा दिए हैं। बीते दिन सूखीढांग के गजार गांव में गुलदार ने भोजन माता को मौत के घाट उतार दिया था। सूखीढांग से लगे गजार गांव में वन विभाग ने एक पिंजरा और चार ट्रैप कैमरे लगा दिए हैं। कैमरों की मदद से गुलदार की मूवमेंट पर नजर रखी जाएगी। बूम रेंज के रेंजर गुलजार हुसैन ने बताया कि गुलदार के हमले के बाद सुरक्षा को देखते हुए चार ट्रैप कैमरे और एक पिंजरा लगाया गया है। बताया कि इसके अलावा दो गश्ती टीम भी गठित की गई है, जो लगातार गुलदार की मूवमेंट पर नजर रखेगी। साथ ही ग्रामीणों को सतर्क भी करेगी। रेंजर हुसैन ने ग्रामीणों से जंगल की तरफ नहीं जाने की अपील की है। बीते रविवार को गजार गांव की भोजनमाता चंद्रावती को गुलदार ने मौत के घाट उतार दिया था। तब से ही ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। इधर, सोमवार सुबह गुलदार के हमले में मारी गई चंद्रावती का पोस्टमार्टम किया गया। जिसके बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार किया।
गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की मांग
चम्पावत। धूरा मंडल के ग्रामीणों ने गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी को ज्ञापन दिया। ग्रामीण नवीन भट्ट, घनश्याम जोशी, आनंद सिंह नैथानी, प्रेम सिंह, जीवन चंद्र, सुनील सिंह आदि का कहना है कि बीते दिन ग्रामीण महिला चंद्रावती को गुलदार ने मौत के घाट उतार दिया। इससे ग्रामीणों में दहशत है। कहा कि सूखीढांग क्षेत्र में इससे पूर्व गुलदार आठ से अधिक लोगों को घायल कर चुका है। उन्होंने डीएम से गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है।