कांग्रेस की नीतियों एवं कार्यक्रमों को जनता बीच ले जाने का आह्वान किया
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ विधानसभा के विधायक मनोज रावत ने कहा कि नई पीढ़ी के मतदाताओं को आजादी के आंदोलन के गौरवशाली इतिहास से परिचित करवाते हुए देश के विकास में युवाओं की भूमिका सुनिश्चित की जाए। आगामी चुनाव को देखते हुए कांग्रेस पार्टी राज्य में व्यापक जन संपर्क अभियान चला रही है। यह चुनाव संविधान की मूल भावना धर्मनिरपेक्षता, समाजवाद, लोकतंत्र और कल्याणकारी राज्य की अवधारणा को स्थापित करने की कांग्रेसी सोच बनाम भाजपा की विध्वंसकारी नीतियों के बीच होगा।
रुद्रप्रयाग कांग्रेस कार्यालय में प्रेस वार्ता करते हुए विधायक ने कहा कि पार्टी के उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र यादव द्वारा कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर कांग्रेस की नीतियों एवं कार्यक्रमों को जनता बीच ले जाने का आह्वान किया। साथ ही प्रदेश कार्यकारिणी ने जनता की समस्याओं एवं मुददों को पार्टी के नेताओं तक पहुंचाने तक पहुंचाने की अपील की। कहा कि भाजपा ने पिछले चुनावी घोषणा पत्र में जिन मुददों का वादा किया था, वह मुददे आज जस के तस बने हुए हैं। अब भाजपा की यह चाल कामयाब नहीं होने दी जाएगी। कहा कि बुधवार को कांग्रेस की हल्द्घानी रामलीला मैदान से शुरू होने वाली प्रस्तावित संकल्प विजय शंखनाद रैली को भाजपा सरकार ने इजाजत नहीं दी है, लेकिन अब यह रैली 11 नवम्बर को शुरू होगी। जिसमें विभिन्न पार्टी छोडकर आए नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई जाएगी। कहा कि 14 नवम्बर बाल दिवस के अवसर पर प्रदेशभर में न्याय पंचायत स्तर पर बाल एवं युवा कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। 15 व 16 नवम्बर को ग्राम पंचायत स्तर पर वरिष्ठ नेताओं द्वारा रात्रि विश्राम कार्यक्रम किए जाएंगे।
19 नवम्बर को पूर्व पीएम स्व इंदिरा गांधी की जयंती पर प्रदेश भर में मातृशक्ति सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा। नवम्बर तीसरे सप्ताह में परिवर्तन यात्रा के तीसरे चरण के कार्यक्रम एवं 26 नवम्बर को प्रदेशभर में संविधान बचाओ दिवस का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर केदारनाथ विधायक मनोज रावत, जिला अध्यक्ष ईश्वर सिंह बिष्ट, जखोली ब्लक प्रमुख प्रदीप थपलियाल, कोषाध्यक्ष मनोहर रावत, वरिष्ठ कांग्रेस नेता लक्ष्मण रावत, जिला महामंत्री शैलेन्द्र गोस्वामी, संगठन मंत्री ताजबर खत्री, नगर अध्यक्ष गोल्डी राणा, ब्लक अध्यक्ष बंटी जगवाण, आई टी जिलाध्यक्ष देवेन्द्र भंडारी, अजय पुन्डीर राजीव गांधी प्रकोष्ठ आदि मौजूद थे।