एनआईटी के पूर्व निदेशक पर हेराफेरी और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज
श्रीनगर गढ़वाल : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान(एनआईटी) उत्तराखंड श्रीनगर के पूर्व निदेशक प्रो. एचटी थोराट के खिलाफ हवाई टिकट खरीद मामले में हेराफेरी और धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मामले की विवेचना कर रहे एसएसआई संतोष पैथवाल ने मंगलवार को एनआईटी में जाकर सबंधित दस्तावेज खंगाले। इस पूरे प्रकरण में एनआईटी के पूर्व निदेशक के साथ ही चार अन्य अधिकारी/कर्मचारी भी शामिल हैं। जिनमें से एक अधिकारी एनआईटी छोड़ अन्यत्र चले गए हैं, जबकि तीन में से दो कर्मियों के खिलाफ संस्थान द्वारा माइनर पैनाल्टी की कार्रवाई की गई है व एक अधिकारी के खिलाफ मेजर पैनाल्टी का काम चल रहा है। एनआईटी के निदेशक प्रो. एलके अवस्थी ने बताया कि एनआईटी में वर्ष 2013-14 में एनआईटी प्रशासन द्वारा एक एजेंसी के माध्यम से टिकटों की खरीदारी की गई थी। इस मामले में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने सीबीआई जांच की संस्तुति पर कार्रवाई को लेकर निर्देश दिए थे। जिस पर एनआईटी के कुलसचिव धमेंद्र त्रिपाठी की ओर से पुलिस को तहरीर दी गई। तहरीर के आधार पर केस दर्ज हो गया है। इस मामले में चार अन्य भी शामिल रहे हैं। जिनमें से संस्थान में कार्यरत दो कर्मचारियों पर माइनर पैनाल्टी की कार्रवाई की गई है। जबकि एक अधिकारी पर मेजर पैनाल्टी का काम चल रहा है। वहीं सीओ रविंद्र चमोली ने बताया कि एनआईटी के पूर्व निदेशक प्रो. एचटी थोराट के खिलाफ कोतवाली श्रीनगर में हवाई टिकटों की खरीददारी में हेराफेरी करने व धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज है। इसकी जांच एसएसआई संतोष पैथवाल द्वारा की जा रही है। (एजेंसी)