हल्द्वानी। नंदा गौरा योजना का लाभ पाने के लिए दो लोगों पर गलत प्रमाणपत्र जमा करने का आरोप लगा है। बाल विकास परियोजना अधिकारी की तहरीर पर मुखानी पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। बाल विकास परियोजना अधिकारी हल्द्वानी शीला रौतेला ने पुलिस को तहरीर सौंपी है। कहना है कि विभाग की ओर से नंदा गौरा योजना व इंटरमीडिएट उत्तीर्ण लाभार्थियों से आवेदन मांगे गए थे। विभाग को कुल 333 आवेदन प्राप्त हुए। जिनकी तहसीलदार के माध्यम से जांच कराई गई। जांच में दो आवेदनों में फर्जी आय प्रमाणपत्र संलग्न किए गए थे। उच्चाधिकारियों से शिकायत के बाद विधिक कार्रवाई के निर्देश मिले। कहना है कि आरोपी मुकेश कुमार की ओर से संलग्न आवेदन में मासिक आय चार हजार रुपये दर्शाई है, जबकि जांच में सामने आया है कि उनकी मासिक आय सात हजार रुपये है। वहीं दूसरे मामले में आरोपी प्रकाश बोरा ने भी गलत आय प्रमाणपत्र संलग्न किया है। एसओ रमेश बोहरा ने बताया कि परियोजना अधिकारी बाल विकास शीला रौतेला की तहरीर पर दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अपने स्तर से मामले की जांच कर रही है।