विकासनगर(आरएनएस)। सहसपुर ब्लॉक के बटोली गांव में आई आपदा का मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचा है। सहसपुर विधायक ने ग्रामीणों के साथ मिलकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बताया कि गांव को जोड़ने वाला एकमात्र रास्ता बीते दिनों की बारिश से ध्वस्त हो गया है। पहाड़ से आए मलबे और पानी के सैलाब ने पूरे रास्ते को गहरी खाई में तब्दील कर दिया है, जिससे स्थानीय लोगों के सामने कई तरह की समस्याएं पैदा हो गई हैं। बता दें कि बीते दिनों हुई भारी बारिश सहसपुर ब्लॉक के बटोली गांव में रहने वाले ग्रामीणों पर आफत बनकर बरसी। गांव में दाखिल होने वाले इस रास्ते पर पानी के सैलाब ने मौत की खाई बना दी थी। सोमवार देर शाम सहसपुर विधायक सहदेव पुंडीर के साथ ग्रामीण इस समस्या को लेकर मुख्यमंत्री के पास पहुंचे। विधायक ने बताया कि लंबे समय से पहाड़ के ऊपरी हिस्से में भारी मात्रा में मलबा और पानी इकट्ठा हो रहा था। अचानक तेज बारिश के साथ जमे हुए पुराने मलबे का ये पूरा पहाड़ रातों रात खिसक गया। जिसके चलते पानी के सैलाब ने कई किलोमीटर तक गहरी और भयानक खाई बना दी। बताया कि इस खाई को पार करना ग्रामीणों के लिए मौत की खाई को पार करने जैसा हो गया है। विधायक ने कहा कि बटोली गांव के संपर्क मार्ग का वैकल्पिक उपाय करने के लिए उन्होंने विधानसभा सत्र के दौरान भी सदन में मुद्दा उठाया था, तब रास्ते के बगल से गुजर रहे खाले पर झूला पुल बनाने का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन इस प्रस्ताव पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। अधिकतर खेती पर निर्भर रहने वाले लोगों को रोजमर्रा की जरूरत हो या बच्चों का स्कूल जाना या फिर मरीज को अस्पताल पहुंचाना हो, अब वैकल्पिक मार्ग बनने पर ही हो पाएगा। इसके साथ ही पंचायत चुनाव के दौरान पोलिंग पार्टी का गांव तक पहुंचना भी चुनौती साबित होगा। ग्रामीणों ने बताया कि ये सजा गांव वालों के लिए काले पानी की सजा से कम नहीं है। इस दौरान अजय रावत, यशपाल नेगी, विजय रावत, शूरवीर सिंह, बलवीर, रमेश कोटल, चेतन, संजय रावत, तिलक, वीर सिंह आदि मौजूद रहे।