सीबीआइ ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट
नई दिल्ली, एजेंसी। सीबीआइ ने 100 करोड़ रुपये की कथित घूसखोरी के मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख एवं अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआइ ने गुरुवार को यह आरोप पत्र दाखिल किया है।
अधिकारियों ने बताया कि मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह की ओर से देशमुख के खिलाफ लगाये गए 100 करोड़ रुपये की रिश्वतखोरी के मामले में सीबीआइ की ओर से आरोपपत्र दायर किया गया है। समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने देशमुख और उनके निजी सहयोगियों संजीव पलांडे एवं कुंदन शिंदे के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के प्रविधानों के तहत आरोप दाखिल किए हैं।
मालूम हो कि सीबीआइ की एक विशेष अदालत ने एक दिन पहले ही बुधवार को महाराष्ट्र पुलिस के बर्खास्त अधिकारी सचिन वाझे को सरकारी गवाह बनने की अनुमति दी। महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख सहित अन्य आरोपितों के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के मामले में वाझे ने सरकारी गवाह बनने के लिए याचिका दायर की थी। वाझे को सात जून को अदालत के समक्ष पेश होने का आदेश दिया गया है।
वाझे और अनिल देशमुख दोनों क्रमशरू एनआइए और ईडी द्वारा दर्ज किए गए अलग-अलग मामलों में न्यायिक हिरासत में हैं। मुंबई में मुकेश अंबानी के घर के पास खड़ी एक कार से विस्फोटक बरामद होने की जांच के सिलसिले में एनआइए ने वाझे को गिरफ्तार किया था।
वहीं देशमुख को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह द्वारा लगाए गए जबरन वसूली और मनी लांड्रिंग के आरोपों के सिलसिले में एक नवंबर को गिरफ्तार किया गया था। पिछले साल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्घव ठाकरे को लिखे एक पत्र में सिंह ने आरोप लगाया था कि देशमुख कई गलत कार्यों में शामिल थे। देशमुख ने सचिन वाझे को मुंबई में बार और रेस्तरां से हर महीने 100 करोड़ रुपये वसूलने का जिम्मा सौंपा था।