सीबीएसई ने 10वीं बोर्ड की रद परीक्षा के लिए मूल्यांकन नीति का किया एलान
नई दिल्ली, एजेंसी। देश भर में तेजी से फैल रही कोरोना महामारी के मद्देनजर रद की गई 10वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने अंकन नीति की घोषणा की है। सीबीएसई की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हर विषय के लिए 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन के जरिए दिए जाएंगे जबकि 80 अंक सत्र के दौरान हुए टेस्घ्ट में मिले नंबरों के आधार दिए जाएंगे।
हालांकि सीबीएसई परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने यह भी निर्देश दिया है कि स्घ्कूलों को सुनिश्चित करना होगा कि उनके द्वारा 10वी की बोर्ड परीक्षाओं में दिए गए अंक स्कूल में स्घ्टूडेंट के पिछले प्रदर्शन के अनुरूप हों। यही नहीं उन्घ्होंने यह भी कहा कि परिणाम को अंतिम रूप देने के लिए स्कूलों को प्रिंसिपल की अध्यक्षता में आठ सदस्यीय समिति का गठन भी करना होगा। परीक्षा नियंत्रक ने यह भी कहा कि मूल्यांकन में अनुचित और पक्षपातपूर्ण व्यवहार करने वाले स्कूलों के खिलाफ सख्घ्त कार्रवाई की जाएगी। मालूम हो किकोरोना महामारी दूसरी लहर की भयावहता को देखते हुए केंद्र सरकार ने बीते दिनों केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं की बोर्ड परीक्षा रद कर दी थीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा स्थगित करने का फैसला किया था। बता दें कि यह पहली बार है जब सीबीएसई ने 10वीं की परीक्षाओं को पूरी तरह रद कर दिया है। पिछले साल कोरोना की पहली लहर और दिल्ली के उत्तर-पूर्व इलाके में भड़के दंगों को देखते हुए सीबीएसई की परीक्षाएं आंशिक रूप से रद कर दी गई थी। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हुई एक बैठक के बाद परीक्षाओं को रद करने का फैसला लिया गया था। बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा था कि छात्रों का स्वास्थ्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकता होनी चाहिए। मालूम हो कि कुल 21़5 लाख छात्रों ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए पंजीकरण कराया था। बीते दिनों आधिकारिक बयान में कहा गया था कि सीबीएसई बोर्ड एक जून को कोरोना महामारी की वस्तुस्थिति की समीक्षा करने के बाद 12वीं की बोर्ड परीक्षा की तारीखों के संबंध में फैसला लेगा।