सीडीओ ने की जिला योजना, राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित एवं बीससूत्री कार्यक्रमों के अन्तर्गत विभिन्न योजनाओं की वित्तीय एवं भौतिक प्रगति की समीक्षा
चमोली। मुख्य विकास अधिकारी डा़ललित नारायण मिश्र ने शुक्रवार को विकास भवन सभागार में जिला योजना, राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित एवं बीससूत्री कार्यक्रमों के अन्तर्गत विभिन्न योजनाओं की वित्तीय एवं भौतिक प्रगति की समीक्षा की। जिसमें संचालित विकास कार्यो को गुणवत्ता के साथ तय समय में पूरा करते हुए अवमुक्त धनराशि को शत प्रतिशत व्यय करने के निर्देश दिए गए। मुख्य विकास अधिकारी ने जिला योजना में कम प्रगति पर लोक निर्माण, सिंचाई, लघु सिंचाई, पेयजल, स्वास्थ्य, उरेडा विभाग के अधिकारियों को निर्माण कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विभागों द्वारा जो भी कार्य निर्माणदायी संस्थाओं को दिए गए है, उनकी स्वयं मनिटरिंग करें और निर्माण कार्यो की गुणवत्ता एवं समयबद्वता का विशेष ध्यान रखें। राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित और 20 सूत्री कार्यक्रमों के अन्तर्गत प्रस्तावित कार्यो को भी जल्द से जल्द पूरा करते हुए शत प्रतिशत व्यय करना सुनिश्चित करें। जिला एवं राज्य सेक्टर में धीमी प्रगति एवं लोनिवि पोखरी के अधिशासी अभियंता के बैठक में उपस्थित न रहने पर मुख्य विकास अधिकारी ने उनका वेतन रोकने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि अगले 15 दिनों के बाद फिर से विकास कार्यो की समीक्षा की जाएगी।
जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी ने बताया कि जिला योजना के अन्तर्गत अनुमोदित परिव्यय 5450़00 लाख के सापेक्ष 3633़34 लाख धनराशि विभागों को अवमुक्त की गई है, जिसमें से अभी तक विभागों ने 48़79 प्रतिशत व्यय कर लिया है। राज्य सेक्टर के अन्तर्गत अवमुक्त 10625़83 लाख के सापेक्ष 63़64 तथा केन्द्र पोषित में अवमुक्त 16480़46 लाख के सापेक्ष 93़27 प्रतिशत धनराशि विभागों द्वारा व्यय की जा चुकी है। बैठक में डीडीओ सुमन राणा, एसीएमओ डा़ एमएस खाती सहित समस्त विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।