ऋषिकेश()। ब्रह्मपुरी स्थित श्रीराम तपस्थली आश्रम के पीठाधीश्वर जगतगुरु स्वामी दयाराम दास महाराज का 72वां जन्मोत्सव मनाया गया। इस दौरान उत्तराखंड और आसपास के राज्यों से साधु-संत व श्रद्धालु भी शामिल हुए। उन्होंने गंगा स्वच्छता का संकल्प दोहराते हुए स्वामी दयाराम की निगरानी में सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार को कार्य करने की शपथ भी ली। सोमवार को आश्रम में आयोजित उत्सव में पूजा-अर्चना की गई। नौ दिवसीय श्रीराम कथा का भी समापन किया गया। महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद महाराज ने कहा कि राममंदिर आंदोलन में स्वामी दयाराम महाराज की महत्वपूर्ण भूमिका थी। उन्होंने रामभक्तों को एकत्र कर उनमें अलख जगाई, समाज में सनातन धर्म की ध्वजा को फहराने में भी उनकी भूमिका काफी अहम रही है। वहीं, स्वामी दयाराम दास महाराज ने कहा कि जब समाज हर तरफ से नाउम्मीद हो जाता है, तो तब समाज के लोग साधु-संतों की तरफ ही देखते हैं। बोले, वास्तविक संत वही है, जोकि समाज की तरक्की और राष्ट्र उत्थान के लिए अपना सक्रिया योगदान दे। उत्सव में महामंडलेश्वर स्वामी विष्णु दास, स्वामी हरि चेतना नंद, दुर्गा दास, महंत वत्सल प्रपन्नाचार्य महाराज, महंत रवि प्रपन्नाचार्य, महंत रवि देव शास्त्री, महंत दिनेश दास, महंत अजय राम दास, पंड़ित हरीश उनियाल, सुशीला सेमवाल, राम चौबे, महावीर दास, प्रमोद दास, विनय सोलंकी, पवन, दिनेश दास आदि मौजूद रहे।