कोरोना के खतरे को देख केंद्र ने कहा- भीड़ वाली जगहों पर अंकुश लगाएं राज्य, दोबारा प्रतिबंध की चेतावनी
नई दिल्ली, एजेंसी। कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आशंकाओं और हिल स्टेशनों एवं बाजारों में बेपरवाह उमड़ती भीड़ पर केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भीड़ वाली जगहों पर अंकुश लगाने और कोरोना प्रोटोकाल को लागू कराने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। सरकार ने राज्घ्यों को यह चेतावनी ऐसे वक्घ्त दी है जब कोरोना से होने वाली मौतें नहीं थम रही हैं। देश में एक दिन में कोरोना के 38,792 नए केस सामने आए जबकि 624 लोगों की मौत हो गई।
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने यह भी कहा है कि सार्वजनिक वाहनों में कोरोना से बचाव के आचरण का पालन नहीं किया जा रहा है। साथ ही शारीरिक दूरी के नियमों का उल्लंघन कर बाजारों में भीड़ उमड़ रही है। भल्ला ने स्पष्ट कहा है कि दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है और किसी भी तरह की लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं है। इसलिए लोग कोरोना से बचाव के नियमों का जरूर पालन करें।
केंद्रीय गृह सचिव ने कहा है कि संक्रमण के मामलों में कमी और सक्रिय मामलों में गिरावट के बाद विभिन्नि राज्यों में धीरे-धीरे आर्थिक गतिविधियों को खोला जा रहा है। ऐसा करते वक्त विशेष सावधानी बरते जाने की जरूरत है। जब संक्रमण दर कम हो रही तो ऐसे उपाय किए जाने चाहिए कि उसमें अचानक से उछाल न आए।
भल्ला ने कहा कि किसी भी संस्थान, परिसर, बाजार या इस तरह के स्थलों पर कोरोना प्रोटोकाल का उल्लंघन होता है तो वहां दोबारा पाबंदियां लगाई जा सकती हैं। यही नहीं उल्लंघन करने वालों के खिलाफ उचित धाराओं में सख्त कार्रवाई भी की जाएगी।
भल्ला ने कहा है कि हिल स्टेशनों और बाजारों में बेपरवाह घूमती भीड़ और कोरोना प्रोटोकाल के उल्लंघन के नतीजे सामने आने लगे हैं। कई राज्यों में आर-फैक्टर बढ़ा है जो चिंता का कारण है। आर-फैक्टर यह दर्शाता है कि एक व्यक्ति कितने लोगों को संक्रमित कर रहा है। अभी राष्ट्रीय स्तर पर आर-फैक्टर एक से कम है, लेकिन पूर्वोत्तर समेत कई राज्यों में यह एक से ज्यादा है। एक से ज्यादा आर-फैक्टर का मतलब है कि संक्रमण बढ़ रहा है।
पत्र में भल्ला ने कहा है कि दुकानों, माल, बाजार, साप्ताहिक बाजार, सार्वजनिक पार्क, जिम, बैंक्वेट हाल और कोरोना वायरस के प्रसार के लिए हाटस्पाट माने जाने वाले स्थलों पर कड़ी नजर रखी जाए। ऐसे स्थलों पर कोरोना से बचाव के नियमों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।
गृह सचिव ने कहा कि कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए जांच की गति में किसी तरह की ढिलाई नहीं होनी चाहिए। संक्रमितों की समय से पहचान होने पर संक्रमण के प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी।
भल्ला ने कहा है कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोरोना के प्रसार को रोकने में कारगर पाई गई पांच स्तरीय रणनीति पर ध्यान केंद्रित रखना चाहिए। उन्होंने टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण और कोरोना से बचाव के आचरण को जारी रखने पर जोर दिया।