ताइक्वांडों के लिए चयनित छात्रों को बांटे प्रमाण पत्र
नई टिहरी : टिहरी किताब कौथिग के तहत राजकीय बालिका इंटर कालेज बौराड़ी में गुरुवार को आयोजित बाल लेखन कार्यशाला में बच्चों ने अपनी हस्तलिखित पुस्तक के लिए मुखपृष्ठ तैयार किये। बच्चों ने लुप्त होती पत्र विधा को भी समझा। सभी बच्चों ने अपने पारिवारिक जनों को पत्र लिखकर बाल लेखन कार्यशाला की रिपोर्ट प्रस्तुत की। अल्मोड़ा से प्रकाशित बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी, भारत ज्ञान विज्ञान समिति, क्रिएटिव उत्तराखंड तथा शिक्षा विभाग टिहरी के संयुक्त तत्वावधान में चौथे दिन भी बाल लेखन कार्यशाला आयोजित हुई। जिसमें रिपोर्ट लेखन की जानकारी देते हुए बालप्रहरी संपादक उदय किरौला ने बताया कि हमें रिपोर्ट लिखते समय अंग्रेजी के 5 डब्ल्यू का ध्यान रखना होता है। यानी रिपोर्ट में कहां, क्या, कौन, कब और कैसे की जानकारी देनी चाहिए। बच्चों को औरैगैमी विधा के तहत अखबार के मोड़ से सरल भाषा में रेखागणित को समझाया गया। बालप्रहरी संपादक उदय किरौला ने कहा कि एक अखबार से हम बिंदु, रेखा, वर्ग, आयत, त्रिभुज, चतुर्भज, पंचभुज, कोण आदि ज्यामितीय आकृतियों को समझ सकते हैं। उन्होंने कहा कि औरेगैमी जपानी भाषा का शब्द है, जिसका आशय अखबार के मोड़ से रेखागणित को समझना है। बाद में बच्चों ने अखबार से मुकुट भी तैयार किए। बच्चों ने हस्तलिख्ति पत्रिका ‘टिहरी दर्पण के लिए भी अपनी रचनाएं दी। बच्चों को कई खेल भी कराए गए। किताब कौतिक आयोजन समिति के संयोजक तथा क्रिएटिव उत्तराखंड के संयोजक हेम पंत ने बताया कि 5 दिवसीय लेखन कार्यशाला का शुक्रवार (आज) होगा। समापन समारोह में आयोजित बाल कवि सम्मेलन तथा नुक्कड़ नाटक ‘मोबाइल टन टना टन टन बच्चों द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा। हस्तलिखित पुस्तकों की प्रदर्शनी लगेगी। हस्तलिखित पत्रिका ‘टिहरी दर्पण तथा दीवार पत्रिका बाल संसार, बाल विचार का लोकार्पण किया जाएगा। इस मौके पर बालप्रहरी संपादक उदय किरौला, हेम पंत, प्रकाश चंद्र पाण्डेय, आनंद मणी पैन्यूली, महिपाल नेगी, सीमा तोपवाल, निधि सिंह, अनुराधा बधानी आदि संदर्भदाता के तौर पर मौजूद रहे। (एजेंसी)