चकराता विधायक ने समर्थकों संग थाना घेरा, दस दिन के अंदर उचित कार्रवाई की दी चेतावनी

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विकासनगर। पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं चकराता से कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने बुधवार को समर्थकों के साथ त्यूणी थाने का घेराव कर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए। सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ थाने पहुंचे विधायक ने चेतावनी दी कि अगर दस दिन के अंदर उचित कार्रवाई नहीं हुई तो दोबारा से थाने का घेराव किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि बीते दिनों त्यूणी थाना पुलिस ने सेना के जवान के साथ मारपीट की थी। इस मामले में विभाग वैसे तो दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी कर चुका है, लेकिन पुलिस की इस कार्रवाई से कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह और स्थानीय जनता संतुष्ट नहीं है।विधायक प्रीतम सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में पुलिस प्रशासन की इस तरह की बर्बर तानाशाही कार्यशैली और गुंडागर्दी किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं है। आज ये मात्र एक सांकेतिक धरना है, हम सैन्य जवानों के सम्मान की लड़ाई को सड़क से सदन तक और न्यायपालिका में भी लड़ने का कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि वह इस मामले को सदन में भी उठाएंगे और जरूरत पड़ी तो हाईकोर्ट भी जाएंगे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। लोगों ने त्यूणी थाना पुलिस पर उत्पीड़न और भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया। विधायक ने आरोप लगाया कि बीते दिनों त्यूणी थाना क्षेत्र में चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मियों ने सेना के जवान के साथ अभद्रता और बर्बरता की है। पुलिस ने सेना के जवान के साथ पहले अभद्रता की और फिर उसके साथ मारपीट भी की। इतना ही नहीं पुलिस ने जबरदस्ती सेना के जवान से माफीनामा भी लिखवाया। कहा कि सेना के जवान के साथ इस तरह का व्यवहार हो सकता है, तो आम आदमी के साथ क्या होता होगा। चकराता विधायक ने आरोप लगाया कि पुलिस कर्मी नशे में चूर थे। अक्सर पुलिस के लोग नशे मे चूर होकर बाजार में उत्पात मचाने का काम करते हैं। इसीलिए उन्होंने थाने का घेराव किया है। उन्होंने मांग है कि सेना के जवान के साथ जिसने भी मारपीट की है, उनके खिलाफ सुसंगत धाराओं में कार्रवाई होनी चाहिए। इस मांग को लेकर वह हाईकोर्ट जाएंगे। घेराव करने वालों में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चमन सिंह, पूर्व जिला पंचायत सदस्य जय दत्त बिजल्वाण, चतर सिंह रावत, फतेह सिंह, श्याम सिंह, भूटू राम, महेंद्र सिंह चौहान, महेश डूंगरी, बलवीर सिंह चौहान, मातवर सिंह राणा, तेजपाल राणा, नरेंद्र रावत, संतराम चौहान, आदित्य पंवार, राजवीर राणा, सौरभ जिनाटा, मोहन लाल, हरीश राजगुरु आदि शामिल रहे।

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