चमोली आपदा: 41 दिन बाद तपोवन सुरंग से एक और शव बरामद, 130 लोग अभी भी लापता
चमोली। उत्तराखंड के चमोली जिले में ऋषिगंगा की आपदा में लापता लोगों की खोज अभी भी जारी है।आपदा के करीब डेढ़ महीने बाद तपोवन सुरंग से आज एक और शव बरामद हुआ है।
नगर पंचायत ईओ सुनील पुरोहित के अनुसार, शव बुधवार देर रात खोदाई के दौरान बरामद हुआ। आपदा के बाद से अब तक 74 शव बरामद हो चुके हैं, जबकि 130 लोग अभी भी लापता हैं।
बता दें कि बुधवार को भी एनटीपीसी को बैराज साइट से एक मानव अंग बरामद हुआ था। अब तक 32 मानव अंग बरामद हुए हैं। बैराज साइट पर एनडीआरएफ सर्च अभियान चला रही है। कुछ दिन पहले भी रुद्रप्रयाग साइट से एक शव बरामद किया गया था।
एनटीपीसी के महाप्रबंधक आरपी अहिरवान ने बताया कि सुरंग के अंदर से मलबा हटाने का काम अभी भी जारी है। इसके अलावा बैराज सासे भी लापता लोगों की तलाश की जा रही है।ाषिगंगा की आपदा को 41दिन हो चुके हैं, लेकिन लापता आधे से अधिक लोगों का कुछ पता नहीं चल पाया है।
तपोवन सुरंग के टी प्वाइंट पर करीब 194 मीटर से ज्यादा दूरी तक मलबा हटा लिया गया है। यहां से मुख्य टनल तक पहुंचने के लिए 245 मीटर और आगे जाना होगा, लेकिन टनल के मुख्य द्वार से ही अंदर मलबे के ढेर लगे हैं। मलबा अंदर कितना आगे तक है यह अभी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। वहीं सुरंग के अंदर से लगातार पानी का रिसाव होने के कारण मलबा हटाने का काम बाधित हो रहा है।
उत्तराखंड के चमोली जिले में सात फरवरी को आई आपदा में लापता व्यक्तियों को मृत घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिलामजिस्ट्रेट स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि शासन की गाइड लाइन के अनुसार लापता लोगों के मृत्यु प्रमाणपत्र जारी करने की प्रक्रिया को तीन श्रेणी में वर्गीत किया गया है।