चमोली हादसा: नमामि गंगे प्रोजेक्ट साइट पर करंट से झुलसे 6 व्यक्तियों में से दो की हालत नाजुक
देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जिले में बुधवार को विद्युत करंट फैलने से हुए दर्दनाक हादसे के छह घायलों में से दो की स्थिति गंभीर बनी हुई है। जबकि अन्य सभी घायलों का ऋषिकेश में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के ट्रॉमा वार्ड में आवश्यक उपचार चल रहा है। गुरुवार दोपहर चमोली से पांच अन्य लोगों को हेली एम्बुलेंस द्वारा एम्स पहुंचाया गया है। इन सभी को भी अस्पताल की ट्रॉमा इमरजेंसी में भर्ती किया गया है। अपराह्न समय राज्य के स्वास्थ्य चिकित्सा और उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत, कर्णप्रयाग के विधायक अनिल नौटियाल और यमकेश्वर की विधायक रेणु बिष्ट ने भी एम्स पहुंचकर घायलों का हाल जाना।
कल अस्पताल में भर्ती किए गए छह घायलों में से संदीप कुमार और सुशील की हालत गंभीर बनी है। चिकित्सकों द्वारा बताया गया कि करंट लगने से बुरी तरह झुलसने के कारण संदीप का बायां हाथ तथा बायां पैर मिड इम्प्युटेशन करना पड़ा। जले स्थान पर उसके हाथ और पैर की मांशपेशियां भी पूरी तरह जल गईं थी। इससे संदीप की किडनी में भी दुष्प्रभाव पड़ रहा है। वह अभी वेंटिलेटर पर हैं और ट्रॉमा आईसीयू में भर्ती हैं। जबकि सुशील के सिर में चोट लगने के कारण वह पूरी तरह होश में नहीं है। हालांकि उनकी हालत में पहले से सुधार है। उन्होंने बताया कि स्थिति गंभीर होने के कारण इन दोनों घायलों को चिकित्सकों की गहन निगरानी में रखा गया है और उनका आवश्यक उपचार जारी है। जबकि अन्य नरेंद्र लाल, आनंद कुमार, रामचंद्र और महेश कुमार स्टेबल स्थिति में हैं और इन सभी का इलाज ट्रॉमा वार्ड में चल रहा है।
उल्लेखनीय है कि कल चमोली में नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साईट पर करंट फैलने से हुए हादसे के पांच अन्य घायलों को गुरुवार अपराह्न हेली एम्बुलेंस से एम्स पहुंचाया गया। इन सभी घायलों को अस्पताल के ट्रॉमा इमरजेंसी में भर्ती किया गया है। इनमें अभिषेक पाल (24) पुत्र राजेन्द्र पाल, पवन सिह राठौर (49) पुत्र उदय सिंह, जयदीप (20) पुत्र हरीश लाल, धीरेन्द्र रावत (41) पुत्र राजेन्द्र रावत और सुभाष खत्री (27) पुत्र दौलत सिंह शामिल हैं।