चमोली जनपद के आपदा प्रभावित क्षेत्र में राहत कार्य नाकाफी: एनएसयूआई
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने जनपद के चमोली आपदाग्रस्त क्षेत्र में चल रहे राहत कार्य व व्यवस्थाओं को नाकाफी बताया है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि सरकार यहां राहत कार्य में पूरी तरह असफल रही है। पौड़ी जनपद से बड़ी संख्या में एनएसयूआई कार्यकर्ता आपदा प्रभावित क्षेत्र पहुंचे थे और यहां उन्होंने लंगर लगाया था।
बुधवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष गौरव सागर ने जनपद चमोली के आपदाग्रस्त क्षेत्र में सरकार की व्यवस्थाओं को लचर बताया। जिलाध्यक्ष गौरव ने कहा कि एनएसयूआई कार्यकर्ता आपदा प्रभावित क्षेत्र में चार दिनों तक जनसेवा कर मुख्यालय पौड़ी लौटे हैं। उन्होंने कहा कि जनपद चमोली में ऋषिगंगा आपदा में सरकार रेस्क्यू टीमों, प्रभावित, पीड़ितों, मजदूरों की भोजन व्यवस्था करने में पूरी तरह विफल रही है। एनएसयूआई व युवा कांग्रेस ने आपदा प्रभावित क्षेत्र में पहुंच सबसे पहले लंगर लगाकर सभी को भोजन व्यवस्था दिए जाने की पहल की, लेकिन दुखद यह रहा कि सरकार को यह व्यवस्था रास नहीं आई, सरकार ने लंगर बंद किए जाने को लेकर लगातार दबाव बनाया। जिलाध्यक्ष गौरव सागर ने बताया कि आपदा क्षेत्र में आईटीबीपी, एनडीआरफ, एसडीआरएफ, बीआरओ, पुलिस, मजदूर रेस्क्यू में जुटे हैं। प्रभावित, पीड़ित व परिजन भी क्षेत्र में बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से इन्हें भोजन दिए जाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। जो डबल इंजन की सरकार की विफलता को दर्शा रहा है। उन्होंने कहा कि एनएसयूआई व युवा कांग्रेस ने क्षेत्र में लगातार 8 दिनों तक लंगर लगाकर जनसेवा की है। चार दिनों तक पौड़ी की एनएसयूआई टीम भी लगातार क्षेत्र में रही। गौरव ने कहा कि जब सरकार भोजन व्यवस्था तक नहीं कर पा रही है, ऐसे में खोजबीन व पीड़ितो की क्या उचित सहायता हो पाएगी।