नईदिल्ली,। वैश्विक फ्रेंचाइजी क्रिकेट को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। सालों से बंद पड़ी चैंपियंस लीग टी-20 क्रिकेट अब एक नए रूप में वापसी करने जा रही है। यह टूर्नामेंट अब वर्ल्ड क्लब चैंपियनशिप के नाम से 2026 में शुरू होगा। इस बार इसका ढांचा पहले की चैंपियंस लीग की तरह ही होगा, जिसमें दुनिया भर की प्रमुख टी-20 लीगों की खिताब जीतने वाली टीमें हिस्सा लेंगी। कई सालों से फैंस इसकी वापसी की उम्मीद कर रहे थे।
रिपोर्ट के अनुसार, इससे घरेलू टी-20 क्रिकेट को एक वैश्विक मंच मिलेगा, जहां दुनिया की बेहतरीन फ्रेंचाइजी आपस में भिड़ेंगी। माना जा रहा है कि इस नई लीग में इंडियन प्रीमियर लीग, बिग बैश लीग, पाकिस्तान सुपर लीग, साउथ अफ्रीका टी-20 लीग और द हंड्रेड जैसी प्रमुख लीगों की चैंपियन टीमें आमने-सामने होंगी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड इसको लेकर तैयार हो चुके हैं।
लीग की वापसी को मजबूत समर्थन मिलता दिख रहा है। रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई और ईसीबी दोनों इसके पक्ष में हैं और इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के चेयरमैन जय शाह ने भी इसे मंजूरी दी है। खास बात यह है कि ईसीबी इस बार पारंपरिक टी-20 क्रिकेट लीग की बजाय द हंड्रेड के चैंपियन को शामिल करने की वकालत कर रहा है, जो दर्शाता है कि अब पूरा ध्यान अधिक आकर्षक और नए प्रारूपों की ओर बढ़ रहा है।
हाल ही में ईसीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रिचर्ड गोल्ड ने संकेत दिया कि इस प्रकार की प्रतियोगिता अब लगभग तय मानी जा सकती है। उन्होंने कहा था, यह योजना में शामिल है। इसमें कोई संदेह नहीं कि आने वाले समय में पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए एक वर्ल्ड क्लब चैंपियनशिप होगी। यही अगला स्वाभाविक कदम है। उनका यह बयान लीग की वापसी की संभावनाओं को और मजबूत करता है।
चैंपियंस लीग टी-20 की शुरुआत 2009 में हुई थी और यह 2014 तक चली, लेकिन 2015 में इसे कम टीआरपी और प्रायोजकों की कमी के चलते बंद कर दिया गया था। इस टूर्नामेंट पर आईपीएल की टीमों का दबदबा रहा, जिसमें 3 फ्रेंचाइजी नियमित रूप से हिस्सा लेती थीं, जबकि अन्य लीगों की भागीदारी सीमित थी। चेन्नई सुपरकिंग्स और मुंबई इंडियंस सबसे सफल टीमें रहीं, जिन्होंने 2-2 बार खिताब अपने नाम किया।