रतूड़ा गांव में चंडिका देवी ने भक्तों को दिया आशीर्वाद
चमोली : राजराजेश्वरी चंडिका देवी की बन्याथ यात्रा बुधवार को अपने पहले पड़ाव रतूड़ा गांव पहुंची। इस दौरान ग्रामीणों ने परंपरागत रीति रिवाज से देवी का भव्य स्वागत किया। रतूड़ा के ग्रामीण देवी को लेने के लिए गांव की सीमा तक आए। गांव की महिलाओं ने देवी के स्वागत में मंगलगान गाए और पुष्प वर्षा की अगुवाई की। देवी 10 माह तक चमोली, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, टिहरी और उत्तरकाशी जिलों का पैदल भ्रमण करेगी। बुधवार को सिमली स्थित चंडिका देवी के मंदिर में सुबह सात बजे से भक्तों का आना शुरू हो गया था। सुबह से दोपहर तक पुजारियों ने देवी की पूजा अर्चना की। दोपहर में दो बजे ब्रह्मगुरू विशंभरदत्त सती ने ब्रह्म को एक उंगली में उठाकर जैसे ही परंपरागत वेशभूषा में सुसज्जित देवी के पश्वाओं के पास सौंपा तो देवी देवता अवतरित हो गए। उसके बाद चंडिका देवी और ब्रह्म ने मंदिर की परिक्रमा की और फरकीधार की चढ़ाई से होते हुए रतूड़ा गांव के लिए रवाना हुई। इस दौरान ढोल दमाऊं की थाप पर देवताओं ने अवतरित होकर श्रृद्धालुओं को धनधान्य का आशीर्वाद दिया। (एजेंसी)