चारागाह की भूमि पर अवैध कब्जे के विरोध में उपवास
देहरादून। ग्राम पंचायत मटोगी के जोहड़ा में चारागाह की जमीन पर अवैध कब्जे के विरोध में उत्तराखंड संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच ने तहसील में एक दिन का उपवास रखा। मंच के प्रदेश संयोजक ने क्षेत्रीय विधायक पर समस्या हल न करने का आरोप लगाया। मंच ने एसडीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजकर चारागाह की भूमि मुक्त कराने की मांग की। तहसील में सोमवार को उपवास पर बैठे मंच के प्रदेश संयोजक दौलत कुंवर ने सीएम को भेजे ज्ञापन में कहा कि राज्य स्थापना दिवस पर भू-माफिया से मटोगी पंचायत की चारागाह भूमि मुक्त कराने के लिए ग्रामीणों के साथ मजबूरी में उपवास पर बैठना पड़ा, क्योंकि पिछले कई दिनों से उपजिलाधिकारी विकासनगर, जिलाधिकारी देहरादून और अन्य आला अधिकारियों को ग्रामीणों और मंच के सदस्यों द्वारा अलग-अलग तिथियों पर भू-माफिया को चारागाह भूमि से हटाने के लिए गुहार लगाई गई थी। 13 अगस्त को ग्राम जोहड़ा ग्राम पंचायत मटोगी के ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी को एक प्रार्थना पत्र दिया, जिस पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। मंच संयोजक ने कहा कि उपजिलाधिकारी सौरभ असवाल ने स्वयं उपवास स्थल पर पहुंचकर पूरे प्रकरण पर विस्तृत रूप से वार्ता की और आश्वासन दिया कि मंगलवार को स्वयं क्षेत्रीय पटवारी, कानूनगो और नायब तहसीलदार के साथ जाकर मौका मुआयना करेंगे। एसडीएम के आश्वासन पर उपवास समाप्त किया गया। उपवास स्थल पर मंच के सह संयोजक स्वराज चौहान, राजेंद्र कुमार, झूलो देवी, सावित्री देवी, लक्ष्मी शर्मा, रानी देवी, सोमपाल सिंह, श्रीपाल, महिपाल सिंह, दिनेश कुमार, विनोद कुमार, राजेश कुमार, सोनपाल सिंह, सरोज देवी, रेखा देवी, नीलम देवी, तिलक सिंह, दिनेश सिंह, अनिल कुमार, राजेंद्र सिंह, प्रमोद कुमार, सूरज कुमार आदि मौजूद रहे।