ऋषिकेश। चारधाम यात्रा को लेकर संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति ने तैयारियां तेज कर दी हैं। इस साल भी तीर्थयात्रियों के लिए समिति ने करीब 22 सौ बसों का बेड़ा तैयार किया है। इसमें नौ निजी परिवहन कंपनियों की बसों को शामिल किया गया है। बसों के संचालन के लिए नवरात्र बाद बसों की लॉटरी निकाली जाएगी। खास बात यह है कि इस बार यात्रा सीजन में परिवहन कंपनियां बसों का किराया नहीं बढ़ाएंगी। बसों का किराया पिछले साल की भांति ही होगा। विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा का शुभारंभ राज्य में 30 अप्रैल से होना प्रस्तावित है। तीर्थदर्शन को आने वाले यात्रियों को बस सेवा उपलब्ध कराने वाले संयुक्त रोटेशन समिति को फिर से गठन कर लिया गया है, जिसमें अध्यक्ष भूपाल सिंह नेगी ने बुधवार को विधिवत कार्यभार भी ग्रहण कर लिया। पूजा-अर्चना कर उन्होंने संयुक्त यात्रा बस ट्रांजिट कंपाउंड के जनदीक समिति कार्यालय में कार्यभार संभाला। भूपाल सिंह नेगी ने बताया कि चारधाम के लिए यात्रियों को सुगम आवागमन की सेवा के लिए समिति प्रतिबद्ध है। यात्रियों को बसों के लिए कमी पेश न आए, इसके लिए सभी नौ निजी परिवहन कंपनियों ने लगभग 22 सौ बसों का बेड़ा तैयार किया है। यात्रा के लिए नवरात्र बाद अप्रैल में बसों की लॉटरी भी निकाली का कार्यक्रम तय किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा के लिए समिति बसों का किराया नहीं बढ़ा रही है। पूर्व की भांति ही देश-दुनिया के यात्री समिति की बसों में पिछले वर्ष के किराये पर यात्रा कर सकेंगे।
बसों की बुकिंग को घनघनाने लगे फोन : संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के कार्यालय में चारधाम यात्रा में बसों की बुकिंग के लिए विभिन्न राज्यों से फोन घनघनाने लगे हैं। यात्री समिति सदस्यों से बातचीत में पहला सवाल किराये का कर रहे हैं, जबकि रजिस्ट्रेशन खुलने को लेकर भी वह आवश्यक जानकारी जुटा रहे हैं। इनमें गुजरात, मध्यप्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, यूपी समेत विभिन्न प्रांतों के यात्री शामिल हैं। हालांकि, अभी ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं खुला है, मगर अप्रैल के शुरूआती दो सप्ताह बाद पंजीकरण काउंटर खुलने की उम्मीद है।
रोडवेज की 100 बसें होंगी रिजर्व : चारधाम यात्राकाल में संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के इतर परिवहन निगम ने भी तैयारी की है। निगम के ऋषिकेश डिपो ने 100 बसों को यात्रा के लिए रिजर्व करने का फैसला लिया है। यह बसें अत्याधिक भीड़ में वाहन नहीं मिलने पर उपलब्ध होंगी। रोडवेज ऋषिकेश से सिर्फ बदरीनाथ-केदारनाथ के लिए सेवा देगा। एजीएम प्रतीक जैन ने बताया कि रोडवेज के स्थानीय डिपो के अलावा आसपास के डिपो से इन बसों की व्यवस्था हर साल की जाती है। बताया कि रोडवेज की बसों में यात्रा के लिए सरकार की ओर से निर्धारित किराया ही यात्रियों को देना होगा। बताया कि यात्रा को लेकर रोडवेज की पूरी तैयारी है।