अंकिता हत्याकांड: आरोपियों पर तय हुए आरोप, अगली सुनवाई 28 मार्च को
अंकिता हत्याकांड के तीनों आरोपियों को कोटद्वार न्यायालय में किया गया पेश
सुरक्षा व्यवस्थाओं को देखते हुए न्यायालय परिसर में तैनात रहा भारी पुलिस बल
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : अंकिता हत्याकांड के आरोपी पुलकित आर्य, अंकित व सौरभ भास्कर के आरोप पत्रों पर सुनवाई के लिए शनिवार को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में पेश किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए न्यायालय परिसर में सुबह से ही भारी तादात में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। न्यायालय के मुख्य गेट को बंद किया गया था। न्यायालय में केवल मामलों से संबंधित व्यक्तियों को ही जाने की अनुमति थी।
शनिवार को आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के दौरान न्यायालय परिसर के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। न्यायालय में पुलिस की ओर से दाखिल चार्जशीट पर बहस हुई। सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता जितेंद्र रावत ने बताया कि सुनवाई के बाद न्यायालय ने सौरभ भास्कर व अंकित पर दर्ज छेड़छाड़ की धारा 354 को हटा दिया। पुलकित पर धारा 354 यथावत रखी गई है। इसके अलावा तीनों धारा 302, 201 व देह व्यापार अधिनियम के तहत आरोप तय किए गए हैं। बताया कि मामले की अगली सुनवाई 28 मार्च को होगी।
खारिज हुई जमानत याचिका
अपर जिला सत्र न्यायाधीश की अदालत में शनिवार को पुलकित व अंकित की जमानत याचिका पर भी सुनवाई हुई। सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता जितेंद्र रावत ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए न्यायालय ने दोनों की जमानत याचिका को खारिज कर दिया।
इन धाराओं में तय हुए आरोप
-मुख्य आरोपी पुलकित आर्य पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 201 (साक्ष्य छुपाना), 354 (ए) (छेड़खानी व लज्जा भंग) और अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत आरोप तय किए गए।
-दूसरे आरोपी सौरभ भास्कर पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 201 (साक्ष्य छुपाना) और अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत आरोप तय किए गए।
-तीसरे आरोपी अंकित गुप्ता पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 201 (साक्ष्य छुपाना) और अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत आरोप तय किए गए।
यह था पूरा मामला
बता दें कि 18 सितंबर की रात को वनंत्रा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में अपनी कर्मचारी अंकिता भंडारी के गुमशुदा होने की शिकायत दी थी। करीब तीन दिनों तक इस मामले की ढिलाई से जांच की गई। इसके बाद शासन के निर्देश पर मामले को रेगुलर पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित से सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने सारी बात उगल दी। पता चला कि पुलकित और अंकिता के बीच झगड़ा हुआ था। ऋषिकेश से लौटते वक्त अंकिता और पुलकित के बीच नहर किनारे फिर से विवाद हुआ और इस बीच पुलकित ने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया था। पुलिस ने इस मामले में 22 सितंबर को पुलकित, अंकित और सौरभ को गिरफ्तार कर लिया था।