-दिल्ली पुलिस ने 19 लोगों को बनाया आरोपी
नई दिल्ली, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 13 हजार करोड़ रुपए की कोकीन बरामदगी मामले में पटियाला हाउस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया है. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में 19 लोगों को आरोपी बनाया है. स्पेशल सेल ने इस मामले में छापे के दौरान 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जबकि पांच आरोपी फरार हैं.
दरअसल, स्पेशल सेल ने एक अक्टूबर 2024 को महिपालपुर में छापा मारकर 562 किलोग्राम कोकीन जब्त की थी और चार लोगों को गिरफ्तार किया. स्पेशल सेल ने इसके बाद 10 अक्टूबर को रमेश नगर में एक दुकान से 208 किलोग्राम कोकीन जब्त की थी. तीसरी जब्ती 13 अक्टूबर को हुई थी, जब स्पेशल के अधिकारियों और गुजरात पुलिस ने गुजरात के अंकलेश्वर में एक फर्म पर छापा मारकर 518 किलोग्राम कोकीन बरामद की थी.
दस हजार पन्नों की चार्जशीट में कहा गया है कि तीन फर्जी कंपनियां बनाकर ड्रग्स के कच्चे माल की सप्लाई की जा रही थी. इसमें गुजरात की फार्मा सॉल्यूशन सर्विसेज कंपनी अवकार ड्रग्स की ईमेल आईडी पाकिस्तान में बनी थी. चार्जशीट के मुताबिक, ये ड्रग्स गुजरात और दिल्ली में तैयार किए जाते थे और कच्चा माल दक्षिण भारत और गुजरात की पांच फार्मा कंपनियों से आता था.
चार्जशीट के मुताबिक, इस रैकेट के तार पाकिस्तान, थाईलैंड, दुबई, मलेशिया और ब्रिटेन तक फैली हुई है. इस मामले के मुख्य आरोपी राणा तरनदीप सिंह और वीरेंद्र बसोया फरार है. स्पेशल सेल को संदेह है कि दोनों ने नकली पहचान बनाकर देश छोड़ दिया है. वीरेंद्र बसोया अपने परिवार समेत लंदन में रहता है और वहीं से अपना सिंडिकेट ऑपरेट करता है.
चार्जशीट के मुताबिक, आरोपियों में दो प्रकाशन समूह के वारिस और तुषार गोयल है. तुषार गोयल ही इस अंतर्राष्ट्रीय रैकेट का भारत में प्रमुख है. कोर्ट ने जिन आरोपियों को भगोड़ा घोषित किया है उनमें वीरेंद्र सिंह बसोया, रितिक बजाज, प्रमोद पांडेय, विकास माने और ऋषभ बसोया शामिल है. स्पेशल सेल ने जब तुषार गोयल से पूछताछ की थी तब ब्रिटेन के नागरिक जीतेंद्र पाल सिंह गिल के बारे में पता चला. जीतेंद्र पाल सिंह गिल को अमृतसर एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था. गिल को बसोया ने ड्रग्स की खेप के प्रबंधन के लिए भारत भेजा था.