चौथान पट्टी के आधा दर्जन गांवों में जंगली जानवरों का आतंक
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। विकासखंड थलीसैंण के चौथान पट्टी में आधा दर्जन गांवों में ग्रामीणों की फसल को जंगली जानवर नुकसान पहुंचा रहे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से फसल
की सुरक्षा व मुआवजा देने की मांग की है। विकासखंड थलीसैंण के चौथान पट्टी में जैंती, डांग, जलोटिया, दैंणा, सुंदर गांव, देवराड़ी में ग्रामीणों की धान, मिर्ची, आलू
सहित अन्य फसलें खड़ी हैं, लेकिन जंगली सुअर फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। जैंती गांव के दिनेश रावत, जलोटिया के सुरेश बिष्ट ने बताया कि चौथान पट्टी में
आलू की फसल सबसे अच्छी होती है। यह फसल ग्रामीणों की आजीविका का भी आधार है, लेकिन लंबे समय से जंगली सुअर फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
इससे किसान र्आिथक व मानसिक रूप से परेशान हैं। उन्होंने कहा कि सरकार एक ओर गांवों में खेती बाड़ी को स्वरोजगार के रूप में प्रोत्साहन की बात कह रही है,
लेकिन ग्रामीण स्तर पर फसल सुरक्षा के लिए कोई भी ठोस उपाय नहीं किए जा रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ता बलवीर सिंह जैंतवाल ने कहा कि ग्रामीण की फसलों
को जंगली जानवरों से सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए।