17 नवंबर को नहाय खाय के साथ से शुरू होगी छठ पूजा
हल्द्वानी। सूर्य देव व छठी मैया की उपासना का महापर्व छठ 17 नवंबर से शुरू हो रहा है। चार दिन चलने वाले पर्व की शुरुआत 17 नवंबर को नहाय खाय से होगी और 20 को उगते सूरज को अर्घ्य देने के साथ पर्व का समापन होगा। रामपुर रोड पर एसटीएच के पास स्थित छठ पूजा स्थल पर छठ पूजा सेवा समिति की एक बैठक हुई। अध्यक्ष ष्णा साह ने बताया कि पूजा स्थल को सजा दिया गया है। छठ घाटों की साफ-सफाई लगभग पूरी कर ली गई है। रंग रोगन कर छठ घाटों को दुल्हन की तरह सजाने का काम जोरशोर से चल रहा है। स्नान व पीने के पानी के लिए कनेक्शन लग गया है। बिजली की आपूर्ति भी बहाल हो गई है। कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को नहाय खाय के साथ दिन में व्रत रखने वाली महिलाएं स्नान आदि कर नए वस्त्र पहनती हैं। पंचमी तिथि को खरना होता है। खरना के दिन व्रत रखकर रात में गुड़ व चावल से बनी खीर खाई जाती है। इसके बाद सूर्य को अर्घ्य देने व पारायण करने तक 36 घंटों तक कुछ खाते-पीते नहीं हैं। खरना के दिन ही छठ पूजा का प्रसाद बनाया जाता है। षष्ठी तिथि को डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर मन्नत मांगी जाती है। चौथे व अंतिम दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ व्रत का पारायण होता है।
बैठक में महामंत्री मुरारी प्रसाद श्रीवास्तव, सचिव सुरेश भगत, कोषाध्यक्ष वीरू पंडित, सह कोषाध्यक्ष ओमप्रकाश शाह, संयुक्त मंत्री जयप्रकाश, संगठन मंत्री छोटेलाल, उपाध्यक्ष शंकर भगत, राधेश्याम, मुकेश चौधरी, राहुल चौधरी, रघुनाथ चौधरी, हरेंद्र शाह, दीना भगत, कपिल भगत, बिंदेश्वरी सिंह आदि लोग मौजूद रहे।
छठ पूजा तिथिरू-
17 नवंबर रू नहाय खाय
18 नवंबर रू खरना
19 नवंबर रू डूबते सूरज को अर्घ्य
20 नवंबर रू उगते सूरज को अर्घ्य