बाढ़ पीड़ित परिवारों के लिए मुख्यमंत्री ने किया 10 हजार रुपये की मदद का ऐलान, स्कूल की ड्रेस-किताबें भी मिलेंगी
नई दिल्ली, एजेंसी। दिल्ली में यमुना का जलस्तर कम होने से धीरे-धीरे हालातों में सुधार हो रहा है। हालांकि, बाढ़ प्रभावित इलाकों में जनजीवन सामान्य नहीं हो पाया है। इसी को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बाढ़ पीड़ितों को आर्थिक तौर पर राहत देने के लिए मुआवजा देने का ऐलान किया है। दिल्ली सरकार बाढ़ प्रभावित परिवारों को 10 हजार रुपये की मदद देगी। इसके अलावा बाढ़ प्रभावित इलाकों में 17 और 18 जुलाई तक स्कूल भी बंद रहेंगे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, यमुना किनारे रहने वाले कई बेहद गरीब परिवारों का काफी नुकसान हुआ है। कुछ परिवारों का तो पूरे घर का सामान बह गया। बाढ़ पीड़ित हर परिवार को आर्थिक मदद के तौर पर दस हजार रुपये प्रति परिवार देंगे। जिनके कागज जैसे आधार कार्ड आदि बह गए, उनके लिए स्पेशल कैंप लगाए जाएगे। साथ ही जिन बच्चों की ड्रेस और किताबें बह गईं, उन्हें स्कूलों की तरफ से ये दिलाएंगे।
इसके अलावा दिल्ली सरकार ने कहा कि बाढ़ को देखते हुए यमुना नदी से लगे इलाकों के स्कूलों में राहत शिविर चलते रहने की संभावना है। इसके चलते सभी सरकारी, सरकार से सहायता प्राप्त, निजी मान्यता प्राप्त स्कूल 17 और 18 जुलाई को छात्रों के लिए बंद रहेंगे। यह आदेश प्रभावित जिलों – पूर्व, उत्तर पूर्व, उत्तर पश्चिम-ए, उत्तर, मध्य और दक्षिण पूर्व के लिए है।
नदी पिछले एक सप्ताह से उफान पर है, जो बुधवार को बढ़कर 207.71 मीटर हो गई, जिसने 1978 में बनाए गए 207.49 मीटर के अपने सर्वकालिक रिकॉर्ड को तोड़ दिया और दिल्ली के कई प्रमुख इलाकों में बाढ़ आ गई। इस बार जलस्तर 208.66 मीटर पहुंच गया, जो पिछले बार से 1.17 मीटर ऊपर था और खतरे के निशान (205.33 मीटर) से 3.33 मीटर बह रही थी।
रविवार दोपहर 2 बजे यमुना का जलस्तर 205.78 मीटर दर्ज किया गया है। उम्मीद लगाई जा रही हैं कि आज रात तक यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे पहुंच जाएगा। दिल्ली में यमुना का चेतावनी बिंदु 204.50 मीटर है।