जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : बाल साहित्य संस्थान अल्मोड़ा द्वारा उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी परिषद के सहयोग से राजकीय इंटर कॉलेज चाक्यूसंैण में चल रही बच्चों की 5 दिवसीय बाल लेखन कार्यशाला के दूसरे दिन शब्द लेखन, अंग्रेजी लेखन, पहाड़ प्रतियोगिता के साथ ही खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। प्रतियोगिताओं में छात्रों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कार्यशाला में 73 बच्चे प्रतिभाग कर रहे हैं।
भारत ज्ञान विज्ञान समिति के अग्रिम सुंदरियाल ने बच्चों को विज्ञान के कई खेल कराए। उन्होंने आग खाने, मंत्र द्वारा नारियल में आग पैदा करने, मनचाही मिठाई का स्वाद चखने, पॉलीथीन की थैली को आग के ऊपर रखकर चाय बनाने आदि विज्ञान के कई प्रयोगों की जानकारी बच्चों को दी गई। भारत ज्ञान विज्ञान समिति उत्तराखंड के प्रांतीय महासचिव कमलेश खंतवाल ने कहा कि विज्ञान के आज के युग में भी हमारे समाज में कई अंधविश्वास व कुरीतियां व्याप्त है। इसके लिए बच्चों के मन में बचपन से ही वैज्ञानिक सोच जाग्रत करने की आवश्यकता है। शिक्षाविद् एवं भारत ज्ञान विज्ञान समिति की राज्य संयोजिका डॉ. उमा भट्ट ने बच्चों को कविता लेखन की बारीकियां सिखाई। उन्होंने महिला दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं देते हुए कहा कि महिला व पुरुष एक गाड़ी के दो पहिए हैं। एक पहिए के बिना गाड़ी नहीं चल सकती है, परंतु महिलाओं को आज भी दोयम दर्जे का समझा जाता है। उन्होंने बालिकाओं से कहा कि उन्हें अपनी पढ़ाई पूरी करके सबसे पहले आत्मनिर्भर होना होगा। अपनी सुरक्षा के लिए भी तत्पर रहना होगा। इस अवसर पर प्रतियोगिताओं के विजेता साहिल, मयंक, नीरज, अलक्षित, कनिष्का, साक्षी, वंदना, सोनिया व आदित्य को पुरस्कार में बाल साहित्य दिया गया। इस अवसर पर राइंकॉ चाक्यूसंैण के प्रधानाचार्य जगमोहन सिंह बिष्ट, बाल साहित्य संस्थान अल्मोड़ा के सचिव व बालप्रहरी पत्रिका के संपादक उदय किरौला, जय रतन नेगी, सुनीता बडोला, राकेश तिवाड़ी, आबिद अहमद, विवेक डबराल, सुरेंद्र सिंह रावत आदि शिक्षक व शिक्षिकाएं उपस्थिति थी।