जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कोटद्वार व आसपास के क्षेत्र में बाल दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया। बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। इस दौरान शिक्षकों ने बच्चों को विभिन्न प्रकार के उपहार भी दिए।
बाल दिवस को लेकर विद्यालयों में उत्साह बना हुआ है। जानकीनगर स्थित संस्थान रितेश शर्मा सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में बाल दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ उप प्रधानाचार्य अनिल कुमार, बाल मेलाधिकारी राहुल भाटिया, मुख्य अतिथि मीनाक्षी शर्मा, विशिष्ट अतिथि एयरमैन सार्जेंट राकेश शरण एवं बी एम उपाध्याय ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। इसके पश्चात छात्रा-छात्राओं द्वारा स्लो साइकल रेस, मेहंदी प्रतियोगिता तथा फूड स्टॉल लगाकर प्रतिभाग किया। फूड स्टॉल में पहाड़ी व्यंजन झागोरा की खीर, क्वाद की रोटी, बाड़ी अति प्रिय रही। छोले भटूरे, आलू पनीर के परांठे, बर्गर, गोलगप्पे एवं टिक्की के भी स्टॉल छात्रों द्वारा लगाए गए। स्लो साइकिल प्रतियोगिता में जूनियर वर्ग में कक्षा छ: के वासु प्रथम, कक्षा सात के चेतन द्वितीय एवं कक्षा छ: के गौरव तृतीय रहे। सीनियर वर्ग में कक्षा 12 के आयुष बिष्ट प्रथम, मोहित नेगी द्वितीय एवं कक्षा 9 के वंश खंतवाल तृतीय रहे। मेहंदी प्रतियोगिता में कक्षा 11 की कहकशा प्रथम, कक्षा 12 की सिमरन द्वितीय एवं कक्षा 12 की सिया तृतीय रही। कार्यक्रम संचालन आचार्य रोहित बलोदी ने किया। शिवालिक नगर स्थित ज्ञान भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल मोटाढांग में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ समाज सेवी रंजना रावत ने दीप प्रज्जवलित कर किया। कहा कि अंग्रेजों से आजादी दिलाने में नेहरू की एक महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ब्रिटिश सरकार के खिलाफ असहयोग आंदोलन तथा भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया था। जिसके कारण उन्हे जेल भी जाना पड़ा था। उन्होंने जेल में रहते हुये भी कई महत्वपूर्ण पुस्तकें लिखी। कहा कि नेहरू को बच्चों से बहुत अधिक लगाव था वे सभी बच्चों को शिक्षा प्रदान करने की वकालत करते थे, जिससे एक बेहतर समाज का निर्माण हो। इस मौके पर प्रधानाचार्य शिवानी नेगी, भुवन मोहन गुसाईं, विजय माहेश्वरी, लक्ष्मी चैहान, प्रदीप नेगी, रमेश खंतवाल आदि मौजूद रहे। भारत सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय रिखणीखाल में बाल दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें प्रभारी प्राचार्य डा. विपिन पवांर ने विद्यार्थियों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को बाल दिवस के महत्व के बारे में जानकारी दी। कहा कि 1954 में संयुक्त राष्ट्र सघ ने 20 नवम्बर को अन्तरराष्ट्रीय बाल दिवस घोषित किया। भारत में इसे पंड़ित नेहरू के जन्म दिवस 14 नवम्बर पर मनाया जाता है। यह दिन खासतौर से बच्चों के लिए होता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य बच्चों को उनके अधिकारों और उनके उज्ज्वल भविष्य के प्रति जागरूक करना है। इस मौके पर हिंदी विभाग के प्राध्यापक डा. बबलू कुमार, खुशी आदि मौजूद रहे। एमकेवीएन सीनियर सेकेंडरी स्कूल कण्वघाटी, एमकेवीएन इंटरनेशनल स्कूल देवी रोड व दुर्गापुरी में भी बाल दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया। एमकेवीएन सीनियर सेकेंडरी स्कूल कण्वघाटी के प्रबंध निदेशक प्रकाश चंद्र कोठारी, निदेशक विपिन जदली, प्रधानाचार्य सुनीता नैथानी ने बच्चों को बाल दिवस के महत्व के बारे बताया। विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति दी। इस मौके पर शिक्षा निदेशिका सिंधु कोठारी, उपनिदेषिका सोनम पंत कोठारी, प्रधानाचार्य ज्योति कुलाश्री, उपप्रधानाचार्य रेखा नेगी, नितिश कुमार आदि मौजूद रहे।