बरसात के मौसम में बदहाल हुई शहर की अधिकांश सड़कें
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : बरसात के मौसम में शहर की अधिकांश सड़कें गड्ढों में तब्दील हो गई है। कई स्थानों पर गड्ढों के बीच सड़क को खोजना पड़ रहा है। बदहाल सड़कों पर कब बड़ी दुर्घटना हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। सबसे बुरी स्थिति कौड़िया बीईएल रोड-मोटाढांक की बनी हुई है। हल्की वर्षा होने पर ही गड्ढों में भारी मलबा व पानी जमा हो जाता है। आए दिन दोपहिया वाहन चालक इन गड्ढों में रपट रहे हैं।
गढ़वाल के प्रवेश द्वार कोटद्वार में शायद ही कोई ऐसी सड़क हो जहां गड्ढे न दिखाई दें। मुख्य मार्गों के साथ ही गली-मोहल्लों की सड़कें भी बदहाल स्थिति में पड़ी हुई है। ऐसे में नगर निगम व लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कौड़िया से मोटाढांक करीब आठ किलोमीटर के सफर में अधिकांश सड़क पर गड्ढे ही नजर आ रहे हैं। यही स्थिति नजीबाबाद चौराहे से सुखरो पुल के मध्य व पदमपुर तिराहे से घराट तक की बनी हुई है। सबसे अधिक परेशानी रात के अंधेरे में इन रास्तों से सफर करने वालों को हो रही है। पटेल मार्ग की स्थिति तो यह है कि कई स्थानों पर गड्ढों से सरिया तक बाहर निकल रहे हैं। वर्षा काल में गड्ढे कीचड़ में तब्दील हो जाते हैं। जिसके कारण आमजन का पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। शहर में बदहाल सड़कों की मरम्मत की लगातार मांग उठती जा रही है। कुछ दिन पूर्व शिवपुर क्षेत्र के लोगों ने महाविद्यालय को जाने वाले मार्ग की मरम्मत के लिए लोक निर्माण विभाग के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था। लेकिन, अब तक वार्डवासियों की समस्या को गंभीरता से नहीं लिया गया।