हरिद्वार। गुरुकुल आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय से संबद्ध चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ ने गुरुवार को 22वें दिन भी विरोध जताते हुए कार्य बहिष्कार किया। सभी कर्मचारियों ने सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक काली फीती बांधकर तालाबंदी की और परिसर में जोरदार नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन किया। आंदोलन की अध्यक्षता कर रहे अंकित कुमार ने कहा कि लंबे समय से कर्मचारियों का वेतन समय पर नहीं मिल रहा है। यदि विश्वविद्यालय प्रशासन इस समस्या का स्थाई समाधान नहीं करता, तो कर्मचारियों को निदेशक, आयुर्वेद एवं यूनानी सेवाएं देहरादून के अधीन कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की लगातार अनदेखी करना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस दौरान उपशाखा के कोषाध्यक्ष राजू ने चेतावनी दी कि यदि वेतन से जुड़ी समस्याओं का जल्द समाधान नहीं किया गया तो संघ को आंदोलन को और उग्र रूप देने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारी आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर मौन साधे हुए है। संघ के अध्यक्ष ताजबर सिंह नेगी और मंत्री मनीष पंवार ने संयुक्त रूप से कहा कि यदि शीघ्र ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो कर्मचारियों को प्रशासन के विरुद्ध निर्णायक संघर्ष के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इस दौरान पुष्पा देवी, कमलेश, नीलम बिष्ट, ममता, सतीश, राकेश चंद, राजू, अनिल कुमार, मनीष पंवार, अंकित कुमार, लोकेंद्र, पप्पू, ताजबर सिंह नेगी और रोहन उपस्थित रहे।