सफाई कर्मियों ने किया अधिशासी अभियंता का घेराव
विकासनगर। उत्तराखंड जल विद्युत निगम और सिंचाई विभाग में कार्यरत सफाई कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर गुरुवार को अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ ने अनुरक्षण जनपद इकाई डाकपत्थर के अधिशासी अभियंता का घेराव किया। सफाई कर्मियों ने बताया कि सरकारी विभागों के अधीन काम करने के बावजूद उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है और उन्हें आवश्यक सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है। कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें श्रम कानूनों के अनुरूप मानदेय नहीं दिया जा रहा है। परियोजना क्षेत्र में कई आवासीय भवन खाली होने के बावजूद उन्हें सरकारी भवन आवंटित नहीं किए जा रहे हैं। सफाई कर्मचारी संघ की प्रदेश अध्यक्ष अनुपमा टांक ने कहा कि कोविड काल में सफाई कर्मचारियों को प्रोत्साहन भत्ता दिया जाना चाहिए। इसके साथ ही सरकारी विभागों में संविदा सरकारी कर्मियों की भर्ती उपनल के माध्यम करने की व्यवस्था होनी चाहिए। जल विद्युत निगम में ठेकेदारी प्रथा पर कार्यरत सफाई कर्मचारियों को ईपीएफ, ईएसआई, बोनस, ईएल, सीएल की सुविधा भी नहीं दी जा रही है। सफाई कर्मियों के लिए कार्य के दौरान आवश्यक उपकरण मुहैया नहीं कराए जा रहे हैं, जिससे कर्मचारियों के गंभीर बीमारी से ग्रसित होने का खतरा बना रहता है। उन्होंने कहा कि माह में दो बार सफाई कर्मियों के परिवारों के लिए निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाना चाहिए। कर्मचारियों ने सभी मांगों पर जल्द कार्रवाई की मांग की है। कहा कि सरकारी विभागों में कार्य करने के बावजूद सफाई कर्मियों के साथ भेदभाव किया जाता रहा है, जिससे उनका आर्थिक, मानसिक शोषण हो रहा है। घेराव करने वालों में गोपाल वाल्मीकि, सोनू राम, महेंद्र कुमार, अमित, राकेश, बबली, पूनम, राखी, कमलेश, राजेश, दयालू आदि शामिल रहे।