किन्नौर में बादल फटने से मची तबाही, करोड़ों का नुकसान, लोगों के घर करवाए गए खाली
शिमला , हिमाचल प्रदेश में किन्नौर के ज्ञाबुंग और रोपा पंचायत में नाले में बादल फटने से करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ है। रोपा पंचायत में ग्रामीण धर्म सिंह मेहता के दो कमरों का मकान बह गया, जबकि हरि सिंह का मकान पानी और मलबा से भर गया। जल शक्ति विभाग की चार सिंचाई नहरों को 57 लाख का नुकसान हुआ है। शिमला में भी दोपहर बाद बारिश हुई।
शिमला स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश में तीन अगस्त तक बारिश का ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है। ज्ञाबुंग और रोपा नाले में बादल फटने से मलबा लोगों के बगीचों में पहुंच गया, जिससे सैकड़ों सेब के पौधों और नकदी फसलों को नुकसान हुआ है। रोपा पंचायत की सिंचाई कूहल रिगेन को बाढ़ से नुकसान हुआ है। यहां जल शक्ति विभाग की करीब 60 मीटर कूहल में मलबा भर गया, जिससे विभाग को करीब दस लाख रुपये का नुकसान हुआ है। ग्रामीण परमानंद, नमज्ञाल नेगी, राजेंद्र कुमार, कुंगा तांनजेन के सैकड़ों सेब के पौधे, राजमाह, ओगला और फाफरा सहित अन्य नकदी फसलें भी तबाह हो गई हैं। ज्ञाबुंग नाले में पानी का स्तर बढऩे से होलियाती कूहल को क्षति पहुंची है। पानी के तेज बहाव के कारण इस कूहल का स्रोत टूट गया है, जिससे विभाग को करीब 25 लाख की क्षति पहुंची है। वहीं जांगती कूहल का भी स्रोत टूटने से विभाग को यहां 20 लाख की क्षति पहुंची है। इसके अलावा ग्रामीणों द्वारा स्वयं बनाई गई फार्म कूहल को भी दो लाख रुपये का नुकसान हुआ है।जल शक्ति विभाग पूह के कनिष्ठ अभियंता राजदीप सिंह नेगी ने बताया कि जल्द ही सिंचाई कूहलों को बहाल किया जाएगा।
उधर, पूह के कार्यवाहक एडीएम विक्रम सिंह ने बताया कि नुकसान का जायजा लेने के लिए राजस्व विभाग की टीम भेजी गई है।