सीएम बोले युवाओं को नौकरियों के जंजाल से बाहर निकलना होगा, किया भैरवगढ़ी पम्पिंग योजना व ब्लॉक कार्यालय का लोकार्पण
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जयहरीखाल में 6486.59 लाख की भैंरवगढ़ी पेयजल पंपिंग योजना, 163.28 लाख की धनराशि से निर्मित विकास खंड कार्यालय का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने स्वरोजगार पर जोर देते हुए कहा कि आज सबको सरकारी नौकरी मिलना संभव नहीं है। युवाओं को नौकरियों के जंजाल से बाहर निकलना होगा। सरकार स्वरोजगार के अवसर दे रही है। युवाओं को चाहिए कि वे सरकार की स्वरोजगार योजना, सोलर ऊर्जा योजना समेत अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाएं। सरकार ने सोलर ऊर्जा योजना में दस हजार लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा है। चीड़ की पत्तियों को बड़ी फैक्टरियों में बायलर में इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए अमेरिका से बड़ी मशीन मंगवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि चीड़ की पत्तियों को साढ़े तीन रुपये प्रति किलो में सरकार खरीदने को तैयार है। इससे लगभग 40 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
डॉ. भक्तदर्शन स्नातकोत्तर महाविद्यालय जयहरीखाल में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने विधानसभा क्षेत्र लैंसडौन, चौबट्टाखाल, यमकेश्वर विकास क्षेत्र जयहरीखाल, द्वारीखाल, दुगड्डा में भैरवगढ़ी ग्राम समूह पम्पिंग योजना का लोकार्पण किया। साथ ही विकासखंड कार्यालय जयहरीखाल के नवनिर्मित भवन का भी लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना से इस क्षेत्र के 75 गांव और तोक को पानी मिलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार में आते ही इस योजना पर तेजी से कार्य प्रारंभ किया गया। 2006 में इस योजना का शिलान्यास तत्कालीन सरकार में किया गया, लेकिन पैसे की कमी के कारण योजना आगे नहीं बढ़ पाई, लेकिन हमने इसे प्राथमिकता से पूरा किया। उन्होंने कहा कि इंडोनेशिया द्वारा चीड़ की पत्तियों से प्राप्त रेशे से कपड़ा सहित 127 प्रकार की वस्तुओं का निर्माण किया जाता है। इसी तर्ज पर उत्तराखंड में पिरूल से बिजली बनाना शुरू हो गया है। जिसकी 7 युनिटें शुरू की जा चुकी हैं, जिसमें से एक पौड़ी जिले में भी संचालित होगी। यही नहीं पूरे प्रदेश में कुल 37 अन्य यूनिटें भी स्वीकृत की जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहा कि प्रदेश में कुल 30 हजार महिला समूह बनाये गये हैं। जिनमें से करीब 18 हजार सक्रिय महिला समूह हैं जो कि विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर कार्य कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने अल्मोड़ा की प्रेमा भंडारी का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया है जिससे वह प्रतिमाह 30-40 हजार रूपये कमा रही हैं। इस मौके पर बुरांस आजीविका महिला ग्राम संगठन ने हस्तनिर्मित स्मृति चिन्ह मुख्यमंत्री को भेंट किया। कार्यक्रम में लैंसडौन विधायक दिलीप रावत, जिलाध्यक्ष संपत सिंह रावत, पूर्व जिलाध्यक्ष शैलेंद्र बिष्ट, राज्य मंत्री अतर सिंह असवाल, ब्लॉक प्रमुख द्वारीखाल महेंद्र राणा, ब्लॉक प्रमुख जयहरीखाल दीपक भंडारी, मंडलाध्यक्ष सतपुली बृजमोहन, मंडलाध्यक्ष रिखणीखाल राकेश देवरानी, मंडलाध्यक्ष द्वारीखाल अर्जुन कंडारी, भाजपा महामंत्री जंगबहादुर, जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी0 रेणुका देवी, मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगार्इं, एफआरआई के प्रमुख अरूण सिंह रावत, विशेष सचिव पराग मधुकर धाते, डीडीओ वेद प्रकाश, एपीडी सुनील कुमार, एसडीएम लैंसडौन अपर्णा ढौंडियाल, डीपीआरओ एमएम खान, एएसपी प्रदीप राय, सीओ कोटद्वार अनील जोशी आदि मौजूद रहे।
झारखण्ड की तर्ज पर जयहरीखाल में स्थापित होगा स्कूल
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने उत्तराखंड के बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा के लिए स्किल सेंटरों को स्थापित करने की बात कही। झारखंड के नेत्रहाट आवासीय विद्यालय की तर्ज पर उच्च स्तरीय व गुणवत्ता आधारित शिक्षा हेतु जयहरीखाल में एक स्कूल स्थापित करने को कहा। इस स्कूल में निर्धन से लेकर सभी प्रकार के बच्चों को शिक्षा प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि उनके घोषणा पत्र में की गई घोषणाओं के सापेक्ष करीब 85 प्रतिशत घोषणाएं पूरी हो चुकी हैं। उन्होंने प्रदेश में बंदरों की समस्याओं से निजाद दिलाने के लिए गढ़वाल और कुमांऊ में दो-दो बंदरबाड़े स्थापित करने की बात कही। जिसके तहत एक बाड़े में 30 हजार बंदरों को रखा जाएगा। साथ ही फसलों को बंदरों के आतंक से बचाने के लिए 10 हजार लोगों को रोजगार भी मुहैया कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा हर घर में नल और हर नल में जल योजना के तहत मार्च 2021 तक दस लाख घरों को पेयजल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। यह कार्य तीन चरणों में पूरा किया जाएगा।
नैनीडांडा में खुलेगा विद्युत वितरण खंड
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र्र ंसह रावत ने कहा कि आज देश का सबसे बड़ा झूला पुल टिहरी के डोबराचांटी में बनकर तैयार हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं यथार्थ की राजनीति करता हूं जो सही बात होगी वही करूंगा। उन्होंने रेवा पम्पिंग योजना समेत रामी नदी, सिमलसेरा में मींदाल नदी पर बाढ़ सुरक्षा कार्यों को स्वीकृति देने, नैनीडांडा में विद्युत वितरण खंड खोलने की घोषणा की। साथ ही कंडोलिया में गुलदार रेस्क्यू सेन्टर को मंजूरी दी।