पीएम मोदी के मुरीद हुए सीएम नीतीश, इशारों-इशारों में कह दी बड़ी बात
नईदिल्ली,बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार 7 जून को संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में अपने विचार व्यक्त किए. नीतीश कुमार ने न केवल प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अपनी निष्ठा जताई, बल्कि उनके साथ मिलकर बिहार और देश के विकास की दिशा में काम करने की प्रतिबद्धता भी दिखाई. नीतीश कुमार ने संसद में स्पष्ट रूप से कहा कि उन्हें विश्वास है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार और पूरा देश तेजी से प्रगति करेगा. उन्होंने इस मौके पर बिहार की विभिन्न परियोजनाओं और विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य के लंबित कार्यों को शीघ्र पूरा किया जाएगा. उन्होंने जोर देकर कहा, जो कुछ भी अभी अधूरा है, उसे भी ये सरकार पूरा कर देगी. हम सब मिलकर जो भी आपकी अपेक्षाएं हैं, उन्हें पूरा करने में जुटे रहेंगे. हम पूरी तरह आपके साथ हैं और मिलकर काम करेंगे.
वहीं आगे नीतीश कुमार ने कहा, हमका तो लगता है कि जब अगली बार आप आइएगा न, इस बार जो लोग कुछ इधर-उधर जीत गया है, अगली बार वो सब हारेगा. हमें पूरा भरोसा है. ये सब बिना मतलब का बात गोल-मोल करके क्या किया है? उन लोगों ने आज तक कोई काम नहीं किया, कोई देश सेवा नहीं की. आपने इतनी सेवा की है. उसके बाद इस तरह हुआ है. इस बार जो मौका है, उसके बाद आगे कुछ नहीं होगा, उन लोगों के लिए कोई गुंजाइश नहीं रहेगा. वो सब लोग हारेंगे. उधर बिहार का भी सब काम हो ही जाएगा, जो कुछ बचा है, हम वो भी कर देंगे. देश का सबसे पुराना इलाका है. हम लोग पूरे तौर पर जो आप चाहिएगा, उस काम के लिए हम लगे रहेंगे.आपको बता दें कि आगे नीतीश कुमार ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि शपथ ग्रहण समारोह जल्द से जल्द आयोजित हो. उन्होंने कहा, मेरा विनम्र अनुरोध है कि आपका शपथ ग्रहण जल्दी से शुरू हो जाए, ताकि हम सब मिलकर विकास की नई ऊंचाइयों को छू सकें. नीतीश कुमार ने यह भी संकेत दिया कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में बिहार को नई दिशा मिलेगी और राज्य में विकास की गति को और अधिक तीव्र किया जाएगा.वहीं नीतीश कुमार का यह समर्थन भाजपा-नीत एनडीए सरकार के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. यह बयान न केवल राजनीतिक सहयोग का प्रतीक है, बल्कि बिहार की जनता के प्रति उनकी जिम्मेदारी और समर्पण को भी दर्शाता है. नीतीश कुमार का मानना है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश और राज्य दोनों के हित सुरक्षित हैं और प्रगति की राह पर तेजी से आगे बढ़ेंगे.
इससे पहले एनडीए संसदीय दल की बैठक में वरिष्ठ भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने लोकसभा में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और भाजपा के नेता के तौर पर नरेन्द्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा. इसके बाद वरिष्ठ भाजपा नेता अमित शाह, नितिन गडकरी और एनडीए सहयोगी टीडीपी के चंद्रबाबू नायडू, जेडीयू के नीतीश कुमार, शिवसेना के एकनाथ शिंदे और अन्य नेताओं ने प्रस्ताव का समर्थन किया.