सीएमएस पर लगाया लापरवाही का आरोप
रुद्रपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक पर कोरोना संक्रमित आशा कार्यकत्रियों से नवजात शिशुओं का टीकाकरण और गर्भवती महिलाओं की
डिलीवरी कराने का मामला सामने आया है। इसके बाद संक्रमित कार्यकत्रियों के सम्पर्क में आये नवजात शिशुओं, गर्भवती महिलाओं में कोरोना संक्रमण होने का
खतरा बना हुआ हुई है। इस गम्भीर मामले की शिकायत सीएमओ से की गई है। बाइपास कालोनी वार्ड 11 निवासी जीवन चंद परगांई ने जिला मुख्य चिकित्सा
अधिकारी को भेजे शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि सीएचसी के सीएमएस ने कोविड 19 महामारी को रोकने में लापरवाही बरती है। इस कारण महामारी के
कम्युनिटी ट्रांसमिशन की आशंका बनी हुई है। आरोप लगाया कि 12 जुलाई को करीब 40 आशा कार्यकत्रियों की कोरोना जांच की गई थी। सीएमएस ने एहतियातन
संक्रमण को रोकने के लिये जांच के तुरंत बाद आशा कार्यकत्रियों को होम क्वारंटाइन नहीं किया था। 18 जुलाई को जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इसमें नगर की 6 आशा
कार्यकत्री पॉजिटिव पाई गई। आरोप है कि 12 जुलाई से 18 जुलाई तक संक्रमित आशा कार्यकत्रियों से सीएमएस विभागीय कार्य टीकाकरण, डिलीवरी और कोविड 19
का सर्वे कराते रहे। 18 जुलाई शनिवार को नवजात शिशुओं का संक्रमित आशाओं ने टीकाकरण भी किया। इसके बाद नवजात शिशुओं, गर्भवती महिलाओं में कोरोना
संक्रमण होने की आशंका बढ़ गई है। उन्होंने इस लापरवाही के लिये प्रत्यक्ष तौर पर सीएमएस को जिम्मेदार ठहराया है। आरोप लगाया कि जांच रिपोर्ट आने तक
आशाओं से लगातार विभागीय कार्य लिया गया। सम्भावना जताई कि नियमित फील्ड में जाने से संक्रमित आशाओं के सम्पर्क में आने वाले हजारों लोग कोरोना
वायरस की चपेट में हो सकते हैं।