-विश्व की नंबर एक खिलाड़ी को फाइनल में हराया
नई दिल्ली, फ्रेंच ओपन महिला एकल का फाइनल 7 जून को फिलिप चैटियर कोर्ट में विश्व की नंबर एक खिलाड़ी आर्यना सबालेंका और नंबर दो खिलाड़ी कोको गौफ के बीच हुआ. इस मैच में दोनों खिलाड़ियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली जिसमें कोको गौफ ने अंतत: तीन सेटों का मैच 2-1 से जीत लिया और अपने करियर का पहला फ्रेंच ओपन खिताब जीता. यह कोको गौफ का टेनिस करियर का दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब है.
21 वर्षीय अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी कोको गौफ अपने टेनिस करियर में दूसरी बार फ्रेंच ओपन महिला एकल फाइनल में प्रवेश किया था. इससे पहले वो 2022 में फाइनल में पहुंची थी जहां उन्हें खिताबी मुकाबले में इगा स्विएटेक से हार मिली थी. इस बार कोको गौफ ने अपनी पिछली गलतियों से सीखा और खिताब जीतने में सफल रहीं. आर्यना सबालेंका के खिलाफ उनका मैच लगभग 2 घंटे 38 मिनट तक चला जिसमें कोको गौफ पहला सेट हार गईं जिसे आर्यना सबालेंका ने टाईब्रेकर में जाकर 7-6 से जीत लिया.
पहला सेट हारने के बाद कोको गॉफ ने दूसरे सेट में शानदार वापसी की और आर्यना सबालेंका पर दबाव पूरी तरह से खत्म कर दिया. कोको गौफ ने दूसरा सेट 6-2 से जीतकर मैच 1-1 से बराबर कर दिया. वहीं तीसरे सेट में आर्यना सबालेंका ने वापसी की कोशिश की लेकिन कोको गौफ ने 6-4 से सेट जीतकर खिताब अपने नाम कर लिया. जब कोको ने खिताब जीता तो वह खुशी से फर्श पर लेट गई और अपनी जीत का जश्न मनाया. कोको गॉफ ने इससे पहले 2023 में 18 साल की उम्र में यूएस ओपन का खिताब जीता था.
आपको बता दें कि 2015 में सेरेना विलियम्स की जीत के बाद फ्रेंच ओपन का खिताब जीतने वाली पहली अमेरिकी खिलाड़ी बन गई हैं और 2002 में सेरेना विलियम्स के बाद सबसे कम उम्र की खिलाड़ी भी हैं. कोको अब 21 साल की उम्र में खिताब अपने नाम कर चुकी हैं.