ऋषिकेश। मौसम का मिजाज ऋषिनगरी में शनिवार भोर में बदल गया। आसमान में बादल छाने के कुछ ही देर बाद बारिश शुरू हो गई। इस बीच तेज हवाएं भी चलीं। बारिश की वजह से मौसम में एक बार फिर ठंडक महसूस की गई। वहीं, बारिश से गन्ना किसानों के चेहरे खिले दिखे लेकिन तेज हवा चलने से आम और लीची के काफी बौर गिर गए। इसके चलते आम और लीची की फसलों को नुकसान होने से इससे जुड़े बागवान चिंतित नजर आए। ऋषिकेश में भोर से लेकर पूर्वान्ह नौ बजे तक रिमझिम बारिश का दौर जारी रहा। बारिश के बाद तेज हवाएं चलीं, जिससे गेहूं की फसल के नुकसान को लेकर हवाओं के थमने तक किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें खिचीं रहीं। हालांकि, इन हवाओं से गेहूं की फसल को तो नुकसान नहीं हुआ, मगर आम और लीची के पेड़ों पर आ रहे बौर को हल्का नुकसान जरूर हुआ। किसान दीपक रावत, रणजोध सिंह, उम्मेद बोरा, नात्थीराम पाल ने बताया कि गेहूं की फसल के लिए यह बारिश अच्छी है। वहीं, कृषि वैज्ञानिक डॉ. संजय के मुताबिक गेहूं की फसल के लिए यह बारिश अमृत के समान है।
जलजमाव होने से लोगों को हुई दिक्कत
बारिश होने से शहर की कई सड़कों के किनारे जलजमाव हो गया। जिससे पैदल गुजरने वाले लोगों को दिक्कतें पेश आईं। तेज हवाओं ने भी दोपहर तक स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ाए रखी। मौसम सुहाने से होने से पर्यटकों स्थलों पर अचानक भीड़ बढ़ी नजर आई। दिल्ली, हरियाणा, यूपी समेत अन्य राज्यों से पर्यटकों ने ऋषिकेश और आसपास के इलाकों का रुख किया। खुशनुमा मौसम में हल्की ठंडक के बीच पर्यटक मौसम का लुत्फ उठाते दिखे। उधर, शनिवार को अधिकतम तापमान 27 और न्यूनतम 14 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।