ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने को हुआ कम्युनिटी डायलग कार्यक्रम
– श्मोहल्ला ट्रैफिक कमेटीश् का गठन किया जायेगारू डीजीपी
देहरादून। राजधानी में लगातार बढ़ रही ट्रैफिक की समस्या को देखते हुए आज देहरादून पुलिस लाइन में कम्युनिटी डायलग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें देहरादून के व्यापारी से लेकर छात्रों और आम लोगों ने ट्रैफिक सुधारने को लेकर अपने अपने सुझाव दिये। कार्यक्रम में मौजूद 235 नागरिकों ने नगर की यातायात व्यवस्था से सम्बन्धित शिकायतों और सुझावों को सामुदायिक संवाद में रखा । जिसको लेकर डीजीपी अशोक कुमार के द्वारा सभी नागरिकों सुझाव को सुनकर उस पर काम करने को लेकर जोर दिया। कार्यक्रम के दौरान डीजीपी ने निर्देशित किया की देहरादून के प्रत्येक मोहल्ले के लिए श्मोहल्ला ट्रैफिक कमेटीश् का गठन किया जायेगा। इसके अन्तर्गत मोहल्ले क्षेत्र के सभी यातायात विषयों पर उस मोहल्ले के लोगों की एक कमेटी बनायी जायेगी। जिनके साथ जनपद की यातायात पुलिस समय-समय पर बैठक आयोजित कर उस मोहल्ले की यातायात समस्याओं का सम्बन्धित स्टेकहोल्डर के साथ समन्वय स्थापित कर निराकरण करेगी। सभी स्कूल प्रशासन स्कूल वैन को किसी भी दशा पर सड़क पर पार्क नहीं होने देंगे। स्कूल वैन को स्कूल प्रांगण में स्थान पर पार्क करवाया जाएगा। जिस स्कूल के द्वारा स्कूल खुलते और बंद होते समय ट्रैफिक का मैनेजमेंट सही प्रकार से किया जा रहा है। उन्हें रोल मडल बनाकर अन्य स्कूलों में भी उनकी व्यवस्था को लागू किया जाएगा। इसके लिए उन स्कूलों के मैनेजमेंट के साथ आवश्यक बैठकें भी की जाए। साथ ही स्कूलों में पूर्व में जूनियर ट्रैफिक फोर्स में चयनित छात्र-छात्राओं को ट्रैफिक वालंटियर में शामिल किया जायेगा। इसके अतिरिक्त स्कूल और कलेजों में एनसीसी और एनएसएस के छात्र-छात्राओं को भी इसमें शामिल किया जायेगा। यातायात कर्मियों को एसडीआरएफ की तरह बेसिक लाइफ सपोर्ट का प्रशिक्षण कराया जायेगा। बेसिक लाईफ सपोर्ट के अन्तर्गत कर्मियों को सड़क दुर्घटना में घायलों को प्राथमिक चिकित्सा देकर नजदीकी अस्पताल भिजवाने के सम्बन्ध में प्रशिक्षण दिया जायेगा। डीजीपी अशोक कुमार ने कहा देहरादून शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने को लेकर व्यापारियों और आम लोगों के साथ मंथन किया गया। जिसमें कई सारे नए सुझाव भी मिले हैं। जिस पर ट्रैफिक पुलिस की ओर से काम किया जाएगा। डीजीपी ने कहा मोहल्ला ट्रैफिक कमेटी बनाने को लेकर जोर दिया। शहर भर में ट्रैफिक वलिंटियर्स की संख्या बढ़ाने की बात भी कही गई।