1000 से अधिक नेष्टबॉक्स पक्षी प्रेमियों को बांटे
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: गुरूवार को विश्व गौरैया दिवस पर पक्षी परिवार उत्तराखण्ड द्वारा जय देवभूमि फाउण्डेशन के सहयोग से निम्बूचौड़ स्थित एक बरातघर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर गौरेया संरक्षण पर कार्य कर रहे शिक्षक दिनेश कुकरेती ने 1000 से अधिक नेष्टबॉक्स पक्षी प्रेमियों को बांटकर पक्षियों को बचाने का संदेश दिया। इस दौरान शिक्षक श्री कुकरेती को सम्मानित किया गया।
शिक्षक दिनेश कुकरेती ने गौरेया की लगातार घटती संख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए लोगों से उसके संरक्षण की अपील करते हुए पर्यावरण सन्तुलन के लिये इस पक्षी को बचाने के लिये लोगों को आगे आने को कहा। आज गौरेया विलुप्ति की कगार पर है। उन्होंने कहा कि गौरेया हमारे परिवार का हिस्सा है। पक्षी और मानव एक-दूसरे के पूरक हैं। इसलिए हमें इनके संरक्षण पर ध्यान देना चाहिए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि विजय जुयाल ने पक्षियों का मानव का अभिन्न मित्र बताया। उन्होंने कहा कि गौरेया संरक्षण के लिए विशेष कार्य होना चाहिए। पूर्व प्रमुख गीता नेगी ने कहा कि बहुत सी प्रजातियों की पक्षियां अब दिखाई नहीं देती है। सभी को पक्षियों के संरक्षण को लेकर कार्य करना होगा। रंजना रावत ने कहा कि गौरेयों की संख्या में कमी का मुख्य कारण आम व लीची के फूूलों में कीट नाशक का प्रयोग है। इस मौके पर चन्द्रमोहन कुकरेती, सुप्रिया, विजय प्रकाश मधवाल, क्रेडल प्ले स्कूल निंबूचौड़ की संस्थापक रेणुका गुंसाई, मनमोहन काला, गोपाल कृष्ण बड़थ्वाल, चिंतामणी देवलाल, सुर्दशन कोटनाला, दीपक रावत, अधिवक्ता अमित सजवाण, शोभा रावत, सावित्री ममंगाई आदि मौजूद थे।