चाणक्य ल कलेज में हुआ विधिक संबंधी गोष्ठी का आयोजन
रुद्रपुर। चाणक्य ल कलेज के तत्वावधान में कलेज सभागार में वकालत और कानूनी पेशे के व्यावहारिक विषय पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। कलेज के प्रबंध निदेशक रविंद्र सिंह बिष्ट ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। वहीं मुख्य वक्ता अधिवक्ता पीयूष छाबड़ा ने विस्तारपूर्वक जानकारी दी। जहां कलेज द्वारा स्मृति चिह्न देकर स्वागत किया गया। इस दौरान कलेज के पूर्व विद्यार्थी रहे अधिवक्ता छाबड़ा ने बताया कि एक अच्छा वकील बनने के लिए कानून की किताबों को निरंतर पढ़ना चाहिए। किसी कुंजी और गाइड का सहारा लेने के बजाए कानून का विस्तृत अध्ययन करना चाहिए। कोई भी व्यक्ति चाहे कितना भी ज्ञान में या उम्र में उन्नत हो, कभी भी यह नहीं कह सकता कि वह पूरी तरह से कानून जानता है। अधिवक्ता को अंग्रेजी भाषा पर बेहतर पकड़ होनी जरूरी है, क्योंकि महत्वपूर्ण संवैधानिक अवधारणाएं अंग्रेजी में हैं। भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक है। भारतीय कानून की उत्पत्ति अंग्रेजी में है। सभी महत्वपूर्ण संवैधानिक अवधारणाएं जैसे स्वतंत्रता, समानता, कानून का शासन सभी अंग्रेजी में है। इस मौके पर याशिका बर्थवाल, प्राध्यापक सलीम अहमद, अंकिता जैन, आयुषी कुंवर, तारा दत्त तिवारी, राष्ट्रवर्धन, आईशा अमीन, मोहम्मद नदीम, दीपक चौधरी, अनुज सिकंदर, मनोज आर्या, हेमा बिष्ट आदि मौजूद रहे।