कांग्रेस ने केन्द्र व राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों के विरोध में निकाली जन आक्रोश रैली
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। जिला कांग्रेस कमेटी कोटद्वार के कार्यकर्ताओं ने केन्द्र व राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों के विरोध में जन आक्रोश रैली निकालकर प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि राज्य में सरकारी विभागों में लगभग एक लाख पद खाली है, कर्मचारियों के अभाव में जनहित के कार्य प्रभावित हो रहे है। प्रशिक्षित युवा रोजगार की तलाश में भटक रहे है। सरकार पिछले चार में फारेस्ट गार्ड की भर्ती भी नहीं करा पाई है। ऐसी सरकार से रोजगार की उम्मीद करना बेमानी है।
सोमवार को पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने निम्बूचौड़ से मोटाढांक तक रैली निकालकर केन्द्र व राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दो सप्ताह पूर्व अल्मोड़ा दौरे के दौरान जिला विकास प्राधिकरण को समाप्त करने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक इस संबंध में शासनादेश निर्गत नहीं हुआ है। इसी विधानसभा सत्र में विधेयक लाकर जिला विकास प्राधिकरण को समाप्त किया जाय। उन्होंने कहा कि डीजल-पेट्रोल-रसोई गैस के दामों में वृद्धि और महगांई से देश-प्रदेश की जनता त्रस्त है और आम आदमी का जीवन यापन करना मुश्किल हो गया है। सरकार तत्काल डीजल-पेट्रोल-रसोई गैस के दामों में हुई वृद्धि को वापस लेकर महगांई पर अंकुश लगाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नगर निगमों के गठन के साथ ही सरकार ने कूड़ा निस्तारण हेतु ट्रेचिंग ग्राउण्ड के लिए भूमि उपलब्ध कराई है, लेकिन कोटद्वार नगर निगम को ट्रेचिंग ग्राउण्ड के लिए भूमि उपलब्ध नहीं कराई गई है। सरकार कूड़ा निस्तारण हेतु नगर निगम को भूमि उपलब्ध कराये। कार्यकर्ताओं ने कहा कि वर्तमान सरकार ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में स्वीकृत विकास योजनाओं को ठप कर दिया है। सरकार की उदासीनता के चलते खंडर में तब्दील हुए निर्माणाधीन मोटर नगर भविष्य में किसी बड़े खतरे को जहां न्योता दे रहा है, वहीं कोटद्वार में यातायात एवं पार्किंग की समस्या विकारल रूप से ले रही है। प्रदर्शन करने वालों में भारत सिंह नेगी, पार्षद गीता नेगी, अमित नेगी, विवेक शाह, राकेश बिष्ट, गिंदीदास, हरीश नेगी, अनिल रावत, सुखपाल शाह, वीना नेगी, सोनिया नेगी, सूरज कांति, तेजपाल पटवाल, विनोद रावत, पूरनचन्द्र, कृष्णचन्द्र, वीरेन्द्र रावत, जगदीश मेहरा, राम सिंह, सतेन्द्र नेगी, नरेन्द्र सिंह नेगी, विमला रावत, सुनीता बिष्ट, गीता सिंह, मंजू देवी, मधु देवी, ऊषा देवी, ज्योति रावत, अंजना रावत, बबीता, ललिता बिष्ट सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल रहे।